अजमेर जिले में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया

अजमेर 03 सितम्बर। जिले में गत दिनों हुई अतिवृष्टि होने के कारण नुकसान के आंकलन हेतु अन्तर मंत्रालयिक केन्द्र दल के सदस्यों ने मंगलवार को जिले के केकड़ी एवं सावर उपखण्ड क्षेत्रों में भ्रमण कर प्रभावित क्षेत्रों का मौका निरीक्षण किया।
नई दिल्ली से आए इस दल में केन्द्रीय आपदा प्रबन्धन विभाग के निदेशक डॉ. सुभाष चन्द्र, संयुक्त निदेशक श्रीमती ममता एवं श्री सूरज कुमार प्रधान थे। दल के सदस्यों ने मंगलवार प्रातः सर्किट हाउस में जिले के विभिन्न अधिकारियों के साथ अतिवृष्टि के संबंध में विस्तार से चर्चा की। अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय श्री कैलाश चन्द्र लखारा ने उन्हें स्लाईड प्रदर्शन के माध्यम से जिले में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि जिले में दस वर्षों की औसत वर्षा 538.52 एम.एम. है। जबकि इस वर्ष आज तक 713.84 एम.एम. वर्षा हो चुकी है। उन्होंने अत्यधिक वर्षा से राजकीय सम्पतियों को हुई क्षति की भी जानकारी दी गई। उन्होंने सावर गांव एवं बनेड़िया गांव में नदी के हिस्से में पुलिया टूटनें के कारण पाइप लाईन बहने की जानकारी दी। वही अजमेर में नल गोदाम की चारदीवारी एवं स्टोर क्षतिग्रस्त होने सार्वजनिक निर्माण विभाग की अजमेर शहर, ब्यावर, किशनगढ़ एवं केकड़ी सड़कों को हुई क्षति, जल संसाधन विभाग की फूलसागर कायड़ फीडर तथा जवाजा बांध को भरने वाली राताभाटा फीडर, शिव सागर न्यारा फीडर में हुई क्षति की विस्तार से जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की सावर, बनेड़िया एवं अजमेर में हुई सम्पतियों पर लगभग 32.21 लाख रूपये, जल संसाधन विभाग की फूलसागर कायड़ फीडर पर 13.84 लाख रूपये, राताभाटा फीडर पर तीन लाख रूपये, शिवसागर न्यारा फीडर पर लगभग 6 लाख रूपये की क्षति होना बताया गया है। सार्वजनिक निर्माण विभाग की सड़कों पर भी लाखों रूपये का नुकसान हुआ है। जिले में वर्षा के दौरान 30 लोगों की मौते हुई है। दल के सदस्यों ने प्रत्येक स्लाइड को गौर से देखा तथा संबंधित विभाग से विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
दल के सदस्यों ने सर्किट हाउस से सीधे सरवाड़ एवं सावर उपखण्ड क्षेत्रों का भ्रमण किया। वे सीधे सदारा गांव पहुंचे जहां वर्षा से 24 कच्चे मकान ढह गये थे। सदारा में स्थानीय सरपंच एवं ग्रामीणजनों से भी उन्होंने हुई क्षति के संबंध में जानकारी प्राप्त की। ग्रामीणों ने बताया की मकानों के ढहने के साथ ही उनकी फसल भी चौपट हो गई है। जिसमें 50 प्रतिशत से अधिक खराबा हुआ है। दल के सदस्यों ने बनेड़िया गांव में सावर मेहरूकला रोड़ पर पुलिया के क्षतिग्रस्त होने तथा पाइप लाइन टूट जाने को भी मौके पर देखा। इस पुलिया के टूट जाने से दोनों गांवों का सम्पर्क टूट गया था। गांव में टेंकर से पेयजल किया जा रहा है। इसी प्रकार सावर गांव में केकड़ी सावर मार्ग पर खारी नदी में पाइप लाईन एवं पुलिया क्षतिग्रस्त होने को भी दल के सदस्यों ने देखा। दल के सदस्यों टांकावास-धूंधरी मार्ग पर हुई पुलिया क्षतिग्रस्त होने को भी देखा। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिया के टूट जाने से लगभग 8 दिन तक मार्ग बंद रहा। नदी के दोनों सिरों पर यह पुलिया क्षतिग्रस्त हुई थी।
इस मौके पर आपदा प्रबन्धन एवं सहायता विभाग के विशेषाधिकारी श्री देशराज मीणा, लाइजन ऑफिसर के रूप में जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता श्री आनन्द त्रिपाठी, श्री कुम्भाराम डिडेल, श्री पे्रमचंद मीणा, केकड़ी के उपखण्ड अधिकारी श्री रवि वर्मा सहित सिचाई, सार्वजनिक निर्माण विभाग, पशु पालन, कृषि, जल संसाधन विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

जिला कलक्टर से किया विचार विमर्श
दल के सदस्यों ने भ्रमण करने के उपरान्त अजमेर में जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा से भ्रमण के संबंध में विस्तार से विचार विमर्श किया। जिला कलक्टर ने उन्हें अजमेर शहर एवं ग्रामीण क्षे़त्रों में अतिवृष्टि से हुए नुकसान एवं किए गए उपायों की जानकारी दी । इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री आनन्दी लाल वैष्णव, श्री कैलाश चन्द्र लखारा, आईएएस प्रशिक्षु नित्या के सहित संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।

टाटगढ़ में 21 मिली मीटर वर्षा दर्ज
अजमेर, 03 सितम्बर। जिले में मंगलवार प्रातः समाप्त हुए गत् 24 घण्टों में सर्वाधिक वर्षा टाटगढ़ में 21 मिली मीटर दर्ज की गई। जबकि अजमेर में 8, गोविंदगढ़ में 3 तथा ब्यावर सहायक अभियंता में 8 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है।

कायड़ विश्राम स्थली में रसद विभाग द्वारा 10 घरेलू एलपीजी सिलेण्डर जब्त
अजमेर, 03 सितम्बर। जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा के निर्देशानुसार मोहर्रम मेला के मध्य नजर रसद विभाग द्वारा छापामार कार्यवाही करते हुए मंगलवार को जांच दल द्वारा जिला रसद अधिकारी श्री संजय माथुर के मार्गदर्शन में विश्राम स्थली कायड़ में घरेलू एलपीजी गैस सिलेण्डर के व्यावसायिक दुरूपयोग की जांच कर कुल 10 सिलेण्डर जब्त किए गए।
जिला रसद अधिकारी ने बताया कि जांच दल में प्रवर्तन अधिकारी श्री निरज जैन, श्रीमती रेणुका चतुर्वेदी एवं प्रवर्तन निरीक्षक श्री खान मौहम्मद थे।

खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान
मंगलवार को 11451 विधार्थियों को खसरा रूबेला का टीका लगाया
अजमेर, 03 सितम्बर। खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान के दौरान विद्यालयो में अध्ययनरत 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों में खसरा-रूबेला टीका लगाये जाने के प्रति विशेष उत्साह देखा गया। मंगलवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के टीकाकर्मियों द्वारा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो आउटरिच सत्रों में 11451 विद्यार्थीयों को खसरा रूबेला का टीका लगाकर प्रतिरक्षित किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.के.के.सोनी ने बताया कि मंगलवार तक कुल 738596 बच्चों को टीका लगाकर प्रतिरक्षित किया जा चुका है। जिन बच्चो के खसरा-रूबेला का टीकाकरण किया गया उन्होने अन्य बच्चों को अपना टीकाकरण प्रमाण-पत्र दिखाते हुए टीकाकरण के प्रति प्रेरित किया। शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र कें विद्यालयों में विद्यार्थियों की अच्छी उपस्थिति के फलस्वरूप खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। डॉ रामस्वरूप किराड़िया उप मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी(स्वा.) एवं डॉ रामलाल चौधरी जिला प्रजनन एंव शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, अजमेर एवं डॉ आर.सी यादव, नोडल अधिकारी खसरा-रूबेला ने विद्यालयों में टीकाकरण सत्रों का निरीक्षण किया और साथ ही यूनीसेफ तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा भी जगह-जगह भ्रमण कर टीकाकरण सत्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। स्वास्थ्य संकुल भवन अजमेर मेें प्रतिदिन सांयकाल टीकाकरण की प्राप्त रिपोर्ट की समीक्षा एंव आगामी कार्य दिवस की कार्ययोजना के बारे में जिला अधिकारियों द्वारा बैठक कर चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये जा रहे है।

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