जांच शिविर रोगी को रोग के बढ़ने से पूर्व जागरूक करने में सहायक— प्रो आर पी सिंह

विश्वविद्यालय की चिकित्सा सुविधाओं को ओर बेहतर किया जाएगा
स्वस्थ व्यक्ति ही अपना शत प्रतिशत आउटपुट दे सकता है—कुलपति

अजमेर, 16 नवम्बर()। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर.पी .सिंह ने कहा की बदलते मौसम व बढ़ते प्रदुषण से श्वास संबंधित रोग उत्पन्न होने की अधिक संभावना होती है। स्वस्थ व्यक्ति ही अपना शत प्रतिशत आउटपुट दे सकता है इसलिए विश्वविद्यालय की चिकित्सा सुविधाओं को औऱ बेहतर किया जाएगा।
कुलपति प्रोफेसर आर.पी.सिंह शनिवार को विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र में मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के संयुक्त तत्त्वधान में आयोजित ब्रीथो मीटर से फेफड़ों की नि:शुल्क जांच व अन्य स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का उद्धाटन करते हुए उपस्थित कर्मचारियों व अधिकारियों से संवाद कर रहे थे। कुलपति सिंह ने कहा कि इस प्रकार के शिविर से विश्वविद्यालय कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों की समय पर जांच हो जाने पर रोग के बढ़ने से पूर्व ही निदान हो सकता है। इस तरह के शिविर रोगी को रोग बढ़ने से पूर्व जागरूक करने में सहायक हैं। उन्होंने मित्तल हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से श्वास व अस्थमा रोग पीड़ितों को चिंहित किए जाने के लिए श्रृख्लाबद्ध शिविर आयोजन की सराहना की। प्रो. सिंह ने कहा की विश्वविद्यालय भी अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए आसपास के ग्रामीणों के लिए और भी नि:शुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित करेगा। शिविर में कर्मचारियों व अधिकारियों की ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर तथा फेफड़ों की नि:शुल्क जांच की गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव संजय माथुर, वित्त नियंत्रक भागीरथ सोनी, प्रो. शिव दयाल सिंह, प्रो. ऋतु माथुर , डॉ. सूरज राव, कर्मचारी संघ अध्यक्ष दिलीप शर्मा,सहायक कर्मचारी संघ अध्यक्ष गुट्टा राम, छात्र संघ अध्यक्ष रामेश्वर छाबा सहित अनेक कर्मचारियों व विद्यार्थी ने शिविर का लाभ लिया। शिविर के संयोजक डॉ राजू शर्मा ने मित्तल हॉस्पिटल के प्रबंधक जनसम्पर्क संतोष कुमार गुप्ता व टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया।
राजस्थान मा. शि. बोर्ड में शिविर कल—
विश्व सीओपीडी दिवस 20 नवम्बर के अवसर पर अगला शिविर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कार्यालय परिसर में कर्मचारी स्टाफ क्लब के तत्वावधान 18 नवम्बर को लगभग भोजनावकाश के समय 12 से 2:30 तक में आयोजित होगा।
इस शिविर का श्वास व अस्थमा रोगों से पीड़ित ऐसे रोगी लाभ उठा सकते हैं जिन्हें कई हफ्तों से खांसी है व बलगम आता है। बलगम में खून व छाती में जकड़न है, सांस में सीटी जैसी आवाज आती है, मौसम बदलने पर सांस लेने में तकलीफ होती है, लम्बे समय से जुकाम है, शरीर हर समय थका रहता है।
ध्यान रहे शिविरों में चयनित रोगियों को मित्तल हाॅस्पिटल के पल्मोनोलाॅजिस्ट डाॅ प्रमोद दाधीच 20 नवम्बर को प्रस्तावित शिविर में निःशुल्क परामर्श प्रदान करेंगे। इस अवसर पर रोगियों की कम्प्यूटर द्वारा फेफड़ों की स्पायरोमिट्री जांच, स्मोक चैक मीटर द्वारा फेफड़ों की जांचें निःशुल्क की जाएगी। शिविर में पंजीकृत रोगियों को प्रोजेक्टर द्वारा श्वास रोगों की जानकारी दी जाएगी, डायटीशियन द्वारा खान-पान संबंधित सलाह दी जाएगी इसके अलावा फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा श्वास रोगों से संबंधित योगा-प्रणायाम कराया जाएगा। डाॅ प्रमोद दाधीच ने बताया कि मित्तल हाॅस्पिटल के सभागार में आयोजित होने वाले इस शिविर में दोपहर 12 से 12ः30 बजे तक विचार गोष्ठी एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा जिसमें रोगियों से खुली चर्चा की जाएंगी। सही जवाब देने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा।
निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि शिविर में पंजीकृत रोगियों को चिकित्सक की ओर से निर्देशित अन्य जांचों पर 25 प्रतिशत तथा प्रोसीजर्स पर 10 प्रतिशत की छूट सात दिवस तक प्रदान की जाएगी।

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