प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती धूमधाम से मनाई

अजमेर। भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की 189वीं जयंती पर शुक्रवार को सावित्री बाई फूले राष्ट्रीय जाग्रति मंच की ओर से दिनभर कार्यक्रमों की धूम रही। पुष्पांजलि, मेला, खेलकूद, गोष्ठी, सम्मान समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सिलसिला चला। शाम को बाल प्रकाश स्कूल के जरूरतमंद बच्चों को भोजन कराया गया।

सावित्री बाई फुले के चित्र पर पुष्पांजलि
सावित्री बाई फूले राष्ट्रीय जाग्रति मंच की ओर से पूर्वाहन 11 बजे ज्योतिबा फुले सर्किल स्थित स्मारक पर माता सावित्री बाई फुले के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर माली सैनी समाज के गणमान्यजों के साथ साथ अन्य समाजों के लोग भी मौजूद रहे। फुले के जयकारों से वातावरण गुंजायमान हो गया। संस्था अध्यक्ष सुनीता चौहान, विधायक अनिता भदेल, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सबा खान, बीना गहलोत, इंदु अजमेरा, बीना टांक, राम कन्या गहलोत, आशा सांखला, विजयलक्ष्मी सिसोदिया, गायत्री सांखला, राजू गहलोत, पूनमचंद मारोठिया समेत बडी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

मालियान सैनी पब्लिक स्कूल में मेला
सावित्री बाई फुले जयंती के मौके पर मालियान सैनी पब्लिक स्कूल में मेले का आयोजन किया गया। इस मेले में विभिन्न प्रकार की स्टाल लगाई गईं। खाने पीने की स्टालों पर आगंतुकों ने खूट चटकारे लगाए। श्रृंगार सामग्री एवं कपडों की स्टाल पर महिलाओं ने खूब खरीदारी की। बच्चों ने मनोरंजक खेलों का आनंद लिया। वृशांक गैलेरी की ओर से लगाई गई विभिन्न पेड पौधों की बोनसाई आकर्षण का केन्द्र रही।

महिलाओं एवं बच्चों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता
सावित्री बाई फुले जयंती के उपलक्ष्य में मालियान सैनी पब्लिक स्कूल मैदान में महिलाओं व बच्चों के लिए अपराहन 3 बजे से खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस दौरान कुर्सी रेस, रस्साकसी, खो खो, जलेबी रेस में बडी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया। विजेता रहे प्रतिभागियों को संस्था की ओर से पुरस्कृत किया गया।

संगोष्ठी : बदलते वक्त में महिलाओं की छवि
सावित्री बाई फुले जयंती के अवसर पर मालियान शिक्षण समिति के सभागार में आयोजित बदलते वक्त में महिलाओं की छवि विषयक गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि एवं राजस्थान प्रदेश सैनी महासभा के प्रदेशाध्यक्ष छुट्टनलाल सैनी फूलवाले ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले एवं उनकी पत्नी ज्योतिबा फुले ने मानवाधिकार, दलित वर्ग के उत्थान, सबकों शिक्षा का लक्ष्य लेकर सामाजिक क्रांति की अलख जगाई। यही कारण रहा कि सावित्री बाई फुले को भारत की प्रथम महिला शिक्षिका का गौरव हासिल हुआ।
महासभा के महामंत्री एवं जयपुर विकास प्राधिकरण के पूर्व सदस्य राजेन्द्र महावर ने कहा कि देश में महिला शिक्षा की अलख जगाने वाली सावित्री बाई फुले ने संघर्षमय जीवन के बावजूद हौसला नहीं खोया और समाजोत्थान के कार्य में ताउम्र लगीं रहीं। पीडित, शोषित और दलित वर्ग की आवाज बनकर उनके हकों की लडाई लडी।
तिलोनिया से आई बेयरफुुट सोलर इंजीनियर लीला देवी ने बताया कि सावित्री बाई फुले के बताए मार्ग पर चलकर महिलाएं समाज में सम्मानजनक स्थान हासिल कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप संबंल बनने के लिए स्वरोजगार अपनाने से गुरेज नहीं करना चाहिए।
महासभा के महामंत्री चन्दालाल सैनी ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर समस्त माली समाज की ओर से सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न देने की सरकार से मांग का प्रस्ताव पारित किया गया।
इंडियन हेल्थ प्रोफेशेनल अवार्ड से सम्मानित डॉ पिंकी माथुर ने महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की जरूरत की जरूरत बताते हुुए कहा कि परिवार की सबसे अहम जिम्मेदारी महिलाएं निभाती हैं। ऐसे में उन्हें घर, परिवार और कार्यस्थल पर अत्यधिक श्रम करना होता है। ऐसे में महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की जरूरत है।
नशा मुक्ति परिवर्तन केन्द्र की डायरेक्टर डॉ पदमा शर्मा ने कहा कि बदलते दौर में नई तरह की सामाजिक बुराईयां पनप रहीं हैं। इनमें नशे की लत सबसे बडी समस्या बनकर उभरी है। नशे से बचना और ग्रसित का समय पर उपचार की व्यवस्था भी सामाजिक सरोकारों से जुडा कार्य है।

महिला सम्मान समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम
सावित्री बाई फुले जयंती के मौके पर शाम को महिला सम्मान समारोह एवं सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। महिला उत्थान तथा सामाजिक क्षेत्र में कार्यशील डॉ पिंकी माथुर, स्थानीय निकाय विभाग की उप निदेशक अनुपमा टेलर, बाल प्रकाश आश्रम की डायरेक्टर कुसुम पालीवाल, डॉ हरदेवी सैनी, लीला देवी, ललिता मेहरवाल समेत कई महिलाओं को सम्मानित किया गया।
बाल प्रकाश स्कूल के बच्चों दीक्षा, दीपा, ममता, सौरभ ने बेटी बचाओ बेटी पढाओं लघु नाटिका का मंचन किया। झंकार नृत्य संस्था की नेहा शर्मा ने गुरुवंदना की सुमधुर प्रस्तुति दी। कृतिका, नेहा, रिद्धि ने सामूहिक नृत्य मर्दानी के जरिए खूब तालियां बटोरीं। अनुष्का भाटी ने सावित्री बाई फुले के जीवन वृत के बारे में बताया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मोतीबाबा सांखला, विशिष्ट अतिथि महापौर धर्मेन्द्र गहलोत रहे। अध्यक्षता हनुमान प्रसाद कच्छावा ने की। संस्था का वार्षिक प्रतिवेदन कनिका गहलोत ने प्रस्तुत किया। मंच संचालन ममता चौहान ने किया।
पार्षद द्रोपती देवी, कांग्रेस नेता सबा खान, घीसूलाल गढवाल, प्रेमराज सोलंकी, दिलीप गढवाल, बीना गहलोत, इंदू अजमेरा, चेतन सैनी, नीता पंवार, राजेन्द्र मौर्य, हेमराज सिसोदिया, राजेश भाटी, बीना टांक, श्यामा चौहान, सुमन भाटी, नीतू गहलोत, सरिता चौहान, पार्षद गणेश चौहान, मोती सिंह सैनी, गजेन्द्र मौर्य, रेखा गहलोत, मामराज सैन, मधु चौहान, उर्मिला मारोठिया, माया चौहान, राजकुमारी टांक, मंजू अजमेरा, बबीता टांक, सुशीला चौहान, पुष्पा सैनी, पार्षद बीना टांक, रेणू चौहान, गायत्री सांखला, मीनू तंवर, ध्रुविका सिसोदिया आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।

संपर्क : महेश चौहान 941420231

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