चौरसिया की नई नाट्यकृति ’’गुल्ली-डंडा‘‘ का विमोचन

उमेश चौरसिया
अजमेर 15 जनवरी। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की सचिव श्रीमती मेघना चौधरी ने बुधवार को बोर्ड कर्मी व प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया की नई नाट्यकृति ’’गुल्ली-डंडा‘‘ का विमोचन किया।
इस अवसर पर बोर्ड सचिव ने कहा कि बच्चों के लिए प्रेरणादायी साहित्य की महत्ती आवश्यकता है। इस सन्दर्भ में चौरसिया की यह कृति अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगी। उल्लेखनीय है कि राजस्थान साहित्य अकादमी के बाल साहित्य एवं नाट्य लेखन के सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार से सम्मानित चौरसिया की यह 21वीं नाट्यकृति है। इसमें मुंशी प्रेमचंद रचित बाल मनोविज्ञान पर आधारित लोकप्रिय कथाओं के नाट्य रूपान्तरण का अनूठा प्रयोग किया गया है। इस संग्रह में नादानी, गुल्ली -डंडा, घर वापसी, गीत का मेला और बडे़ भाई साहब बाल नाटक शामिल है। सभी नाटक बाल सुलभ रोचकता और मनोरंजन से पूर्ण है, इनमें कोई न कोई सीख भी अन्तर्निहित है। कार्यक्रम में विशेषाधिकारी अरविन्द कुमार सेंगवा, वित्तीय सलाहकार आनन्द आशुतोष, निदेशक गोपनीय- जी.के. माथुर व उपनिदेशक जनसम्पर्क- राजेन्द्र गुप्ता विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

उप निदेशक (जनसम्पर्क)

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