हर दस में से एक इंसान को क्रोनिक किडनी की बीमारी

किडनी की बीमारियों से बचाव की बने जागरूकता योजना

डाॅ रणवीर चौधरी
अजमेर, 11 मार्च( )। किडनी की बीमारियों से बचने व शुरुआती अवस्था में ही बीमारी का पता लगाने के उद्देश्य से आमजन को शिक्षित करने एवं जागरूक करने की वृहद योजना बनाए जाने की वर्तमान में महती जरूरत है। किडनी फैलर की गंभीरता , इसके इलाज की जटिलता तथा जीवन भर लम्बा चलने व महंगा इलाज होने को देखते हुए सरकार को जनजागरूकता अभियान चलाना चाहिए।
मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर के किडनी रोग विशेषज्ञ डाॅ रणवीर सिंह चौधरी ने विश्व किडनी दिवस पर मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक दस में से एक इंसान क्रोनिक किडनी बीमारी से ग्रसित है। क्रोनिक किडनी के रोगियों की संख्या जिस तेजी से बढ़ती जा रही है सन 2040 तक मृत्यु दर के कारणों में 20 प्रतिशत तक किडनी की बीमारियां जिम्मेदार होंगी। डाॅ रणवीर ने कहा कि किडनी की बीमारियों से बचा जा सकता है और एक बार किडनी डैमेज हो जाए तो उसे किडनी फैलर तक बढ़ने से रोका जा सकता है।
किडनी से बचाव के उपाय-
पानी खूब पीए: पानी कम पीने से किडनी स्टोन होने का अंदेशा रहता है।
पेशाब आए तो टाले नहीं: पेशाब रोकने से पेशाब की थैली में संक्रमण होता है व इससे किडनी पर असर पड़ सकता है।
दर्द की दवाइयों से रखे परहेज: कहावत है कि पेन किलर आर किडनी किलर, दर्द की दवाइयां किडनी को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती है। कई बार स्थाई रूप से किडनी डैमेज हो जाती है।
मोटापे से बचे:मोटापे से ग्रसित लोग रक्तचाप, डायबिटीज, स्लीप एपनिया जैसी बीमारियों की जकड़ में आ जाते हैं इससे किडनी डैमेज होती है। पेशाब में प्रोटीन जाने की बीमारी होने की आशंका रहती है।
धूम्रपान से बचे: धूम्रपान से बीपी बढ़ता है व बीपी किडनी को डैमेज करता है। धूम्रपान से किडनी को खून की सप्लाई करने वाली धमनी में कोलेस्ट्रोल जमा होकर उसे संकरा कर देता है व किडनी को खून की सप्लाई बाधित होने लगती है।
डाॅ रणवीर चौधरी ने कहा कि प्रतिदिन व्यायाम करें, बीपी व ब्लड शुगर नियंत्रण में रखें व नियमित जांच कराते रहे।

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