कफ्र्यू क्षेत्र में दूध एवं अन्य सामग्री ई-रिक्शा के माध्यम से वितरित होगा

जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक सम्पन्न
अजमेर, 31 मार्च। जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक मंगलवार को जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गयी।
जिला कलक्टर ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि कफ्र्यू क्षेत्रों में दूध एवं आलू प्याज की सप्लाई का कार्य ई- रिक्शा के माध्यम से किया जायेगा। ई रिक्शा पर एनाउन्समेन्ट सिस्टम लगाकर सभी को महत्वपूर्ण जानकारी भी दी जायेगी तथा दूध, आलू व प्याज की सप्लाई भी होगी। इस क्षेत्र में कोई व्यक्ति अनावश्यक रूप से घरों से बाहर नहीं आ सकेगे। उन्होंने बताया कि माइग्रेट श्रमिकों के लिए क्वारेंटाइन सेन्टर चिन्हिकरण किये जा रहे है। इसके लिए पटेल मैदान, विश्राम स्थली कायड एवं चन्दवरदायी नगर में भी अधिक संख्या वाले क्वारेंटाइन सेन्टर बनाने के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण तैयारी रखें। इन स्थानों को आपात स्थिति में उपयोग में लिया जा सकता है।
जिला कलक्टर ने रसद विभाग को भी क्षेत्र में चल वाहनों को प्रभावी बनाने के निर्देश दिये। ऎसे वाहन रसद सामग्री लेकर निर्धारित रूट पर आवश्यक रूप से जाये। ताकि डोर टू डोर वितरण का कार्य हो सकें। इसके लिए उन्होंने वाहनों पर जीपीएस सिस्टम लगाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि रसद की सूखी सामग्री प्राप्त करने वाले को भोजन के पैकिट उपलब्ध नहीं कराये जायेगे। इसके लिए बीएलओ के माध्यम से किये जा रहे नये सर्वे की सूची के आधार पर वितरण किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि सांसद एवं विधायक मद से भी मास्क एवं सेनेटाइजर का वितरण कराया गया है, उसकी सूची उपलब्ध करावें। उन्होंने सभी से अपील की कि वे लॉकडाउन को प्रभावी बनावे तथा सोशल डिस्टेन्सींग की व्यवस्था बनाये रखें। जिले की समस्त सीमाओं को सील कर दिया गया है। ऎसे में माइग्रेट करने वाले श्रमिकों के लिए क्वारेंटाइन सेन्टर बनाये गये है।
बैठक में सेना, सीआरपीएफ तथा एनडीआरएफ के अधिकारियों को भी किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति में पूर्ण रूप से तैयार रहने के लिए कहा गया।
इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक कुं. राष्ट्रदीप, अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त श्री गौरव अग्रवाल, नगर निगम की आयुक्त चिन्मयी गोपाल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह राठौड, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कैलाश चन्द्र शर्मा, श्री हीरालाल मीणा, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के विशेषाधिकारी श्री अरविन्द कुमार सेंगवा, पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग के महानिरीक्षक श्री भगवत सिंह राठौड सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्रों में उपलब्ध रहेगी औषधियां
अजमेर, 31 मार्च। कोरोना वायरस के कारण अजमेर शहर के विभिन्न कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्रों में मरीजों की समस्याओं के समाधान के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
सहायक औषधी नियंत्रक श्री ईश्वर सिंह ने बताया कि कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए शहर के क्लॉक टावर, कोतवाली, गंज एवं दरगाह क्षेत्रों में कफ्र्यू तथा समस्त जिले में लॉकडाउन है। इस दौरान मरीजों की समस्या के समाधान के लिए कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। कार्यालय में कार्यरत औषधी नियंत्रण अधिकारियों को क्षेत्र का आवंटन किया गया है। मरीजों एवं उनके परिजनों को दवाईयां उपलब्ध करवाने के लिए वाट्सएप नंबर पर कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्र के खुले हुए मेडिकल स्टोर का वाट्सएप नंबर दिया जाएगा। दुकानदार द्वारा औषधियां संबंधित व्यक्ति के घर तक पुलिस के सहयोग सें पहुंचायी जाएगी। दुकानदार द्वारा अधिकतम खुदरा मुल्य ही वसूल किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि औषधी नियंत्रण अधिकारी श्रीमती मोनिका जाग्रत (8005972785) को अलवर गेट, सिविल लाईन, किश्चयनगंज, किशनगढ़, रूपनगढ एवं अरांई, श्री ओमप्रकाश बगडिया (9529399972) को आदर्श नगर, दरगाह, गंज, ब्यावर, टाटगढ़ एवं पुष्कर, श्री रविन्द्र सिंह (9929407853) को कोतवाली, रामगंज, केकड़ी, सावर, सरवाड़ एवं विजयनगर तथा श्री ताराचंद (9001020204) को क्लॉक टावर, नसीराबाद, मसूदा, भिनाय, टांटोटी एवं पीसांगन क्षेत्र आवंटित किया गया है।

प्रवासी श्रमिक आश्रय स्थल के भवन चिन्हित
अजमेर, 31 मार्च। कोरोना महामारी के दौरान क्वारेन्टाइन कैंप के लिए राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र घूघरा तथा कारागार प्रशिक्षण केन्द्र घूघरा को चिन्हित किया गया है। प्रवासी श्रमिक आश्रय केन्द्र के लिए यह भवन तत्काल प्रभाव से उपखण्ड अधिकारी अजमेर को सुपूर्द किए जाएंगे। उपखण्ड अधिकारी इन भवनों में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर प्रवासी श्रमिक आश्रय केन्द्र का संचालन करेंगे। यह जानकारी क्वारेन्टाइन कैंप के नोडल अधिकारी एवं अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त श्री गौरव अग्रवाल ने दी।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार कोटड़ा छात्रावास एवं अपना घर आश्रम को भी चिन्हित किया गया है। यह भवन नगर निगम आयुक्त को सुपूर्द किए जाएंगे। सुपूर्दगी के पश्चात निगम अपने स्तर पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर प्रवासी श्रमिक आश्रय केन्द्र का संचालन करेंगे।

ड्यूटी पर अनुपस्थित रहने पर शिक्षक निलंबित
अजमेर, 31 मार्च। ड्यूटी पर अनुपस्थित पाये जाने एवं मुख्यालय सें अनुपस्थित रहने के कारण राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बाडिया गैना, जवाजा के अध्यापक श्री रवीन्द्र सिंह को निलंबित किया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय प्रारंभिक शिक्षा ने बताया कि राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बाडिया गैना जवाजा में कार्यरत अध्यापक लेवल 2 अंग्रेजी श्री रविन्द्र सिंह को कोरोना संदिग्ध मूलचंद पुत्र गोपाल निवासी बाडिया गैना के हॉम आईसोलेशन के लिए नियुक्त कर सूचित किया गया था। कार्मिक बिना किसी सूचना के मुख्यालय से अनुपस्थित एवं आकस्मिक निरीक्षण के दौरान ड्यूटी पर अनुपस्थित पाया गया। इस कारण श्री सिंह तत्काल प्रभाव सें निलंबित किया गया है। निलंबन काल में इनका मुख्यालय मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एवं पदेन बीआरसीएफ समग्र शिक्षा अभियान जवाजा रहेगा।

कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्रों में खुले रहेंगे चिकित्सा संस्थान एवं मेडिकल स्टोर
अजमेर, 31 मार्च। कोरोना माहामारी के संक्रमण को रोकने के लिए थाना क्षेत्र क्लॉक टावर, कोतवाली, दरगाह एवं गंज क्षेत्र में लगाए गए कफ्र्यू के दौरान क्षेत्र के समस्त चिकित्सालय, मेडिकल स्टोर एवं चिकित्सा सेवाओं से जुड़े संस्थान खुले रह सकेंगेे।
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर श्री विशाल दवे ने बताया कि कफ्र्य के दौरान थाना क्षेत्र क्लॉक टावर के 23 हॉलसेलर एवं 8 रिटेलर, कोतवाली के 5 होलसेलर एवं 6 रिटेलर तथा गंज एवं दरगाह के 4 रिटेलर को मेडिकल स्टोर खुला रखने के लिए अनुमति प्रदान की गई है। अनुमति के अनुसार हॉलसेलर दवाई विक्रेता अपने प्रतिष्ठान सें रिटेलर दुकानदारों को आवश्यक दवाईयां केवल एक दोपहिया वाहन पर वितरित करेंगे। रिटेलर दवा विक्रेता संबंधित क्षेत्र के थानाधिकारी सें समन्वय स्थापित कर अपने क्षेत्र आवश्यकता अनुसार अपेक्षित दवाईयां डोर-टू-डोर उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करेंगे। क्षेत्र के किसी मरीज द्वारा दवाईयां चाहे जाने पर थानाधिकारी अपने कांस्टेबल अथवा दुकानदार के साथ व्यक्ति को बिल सहित दवाईयां उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।

लॉकडाउन में सूखी सामग्री वितरण के लिए दिशा निर्देश जारी
अजमेर, 31 मार्च। जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने कोविड 19 वायरस से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन के दौरान गरीब एवं असहाय लोगों को सूखी भोजन सामग्री वितरण के लिए दिशा निर्देश जारी किये है।
जिला कलक्टर ने बताया कि समस्त उपखण्ड अधिकारी शाम तक गरीब एवं असहाय लोगों का अपने क्षेत्र के बीएलओ/पटवारी/गा्रम सेवक से सर्वे करवाकर वास्तविक जरूरतमन्द लोगों को चिन्हित करवाया जाना सुनिश्चित करें। अजमेर शहरी क्षेत्र का सर्वे बीएलओ के माध्यम से अति. जिला मजिस्ट्रेट शहर (ईआरओ अजमेर उत्तर) तथा उपखण्ड अधिकारी अजमेर (ईआरओ अजमेर दक्षिण) द्वारा नगर निगम अजमेर के सहयोग से करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला रसद अधिकारी अजमेर द्वारा सर्वे में प्राप्त जरूरतमंद लोगों को संख्या के अनुसार साप्ताहिक सामग्री की आवश्यकता का निर्धारण किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में सूखी सामग्री की आवश्यकता का आंकलन किया जाकर जिला रसद अधिकारी अजमेर कॉनफेड को क्रय आदेश जारी कर तथा दानदाताओं के माध्यम से सूखी सामग्री के पैकेट प्राप्त करेंगे। दानदाता सूखी सामग्री जिला रसद अधिकारी अजमेकर के माध्यम से ही वितरण करेंगे। इस हेतु दानदाता सूखी सामग्री उपखण्ड स्तर पर नियुक्त प्रभारी नायब तहसीलदार को सुपुर्द कर दें अथवा जिला स्तर पर पटेल मैदान के सामने स्थित डॉक बंगले में बनाये गये भण्डार में जमा करवा सकते हैं, जिसके प्रभारी श्री नीरज जैन, प्रवर्तन अधिकारी है, जिनके मोबाईल नंबर 9413379078 है। उन्होंने बताया कि उक्त सूखी सामग्री के पैकेट सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारी, प्रवर्तन निरीक्षक, जिला रसद कार्यालय से प्राप्त करके अपने निर्देशन में बूथ लेवल अधिकारी को वितरण हेतु उपलब्ध करवायेंगे।
जिला कलक्टर ने बताया कि बूथ लेवल अधिकारी प्राप्त सामग्री का साप्ताहिक रूप से वितरण सर्वे सूची के अनुसार जरूरतमंद एवं असहाय लोगों को उपलब्ध करवायेंगे तथा पृथक से एक वितरण रजिस्टर में जरूरतमन्द व्यक्ति का नाम, पता, वितरित सामग्री का विवरण अंकित कर प्राप्तकर्ता के हस्ताक्षर भी लेगा। जिला मुख्यालय पर आयुक्त नगर निगम अजमेर के निर्देशन में नगर निगम द्वारा नियुक्त प्रभारी तथा उपखण्ड स्तर पर उपखण्ड अधिकारी के निर्देशन में सूखी सामग्री प्राप्त करने एवं वितरण करने के लिए एक नायब तहसीलदार प्रभारी होंगे जो समय पर सामग्री प्राप्त करने एवं वितरण करने का ध्यान रखेंगे। जिला रसद अधिकारी एवं समस्त उपखण्ड अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके क्षेत्र में कोई असहाय, गरीब जरूरतमन्द व्यक्ति राशन सामग्री के अभाव में भूखा ना रहें।

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