समाज के लोग घर में मातृभाषा सिंधी में बोलने का ले संकल्प

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 9 अप्रेल।
पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री एवं विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने प्रदेशवासियों को सिंधी भाषा दिवस की बधाई दी है। देवनानी ने बताया कि भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में सिंधी भाषा को 10 अप्रेल 1967 को जोड़ा गया था तथा प्रतिवर्ष इस दिवस को सिंधी भाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर प्रतिवर्ष विभिन्न संगोष्ठियों, साहित्यकारों केे सम्मान समारोह व विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन कर नई पीढ़ी में मातृ भाषा के प्रति स्वाभिमान जगाने का कार्य किया जाता है। विभाजन का दंश झेलने वाला सिन्धी समाज आज भी अपनी भाषा, संस्कृति व इतिहास का संरक्षण करते हुए अखण्ड भारत का संकल्प अपने मन में संजोये हुए है।
देवनानी ने कहा कि इस बार कोरोना महामारी के कारण कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किये जा रहे है परन्तु आज के दिन समाज के लोग अपने घर में बच्चों को सिंधी भाषा सिखायें, अपने गौरवशाली इतिहास की जानकारी दे व अपनी श्रेष्ठ संस्कृति के बारे में बताये । उन्होंने कहा कि हमें आज के दिन यह संकल्प लेना चाहिए कि समाज के सभी लोग घर पर आपस में सिंधी भाषा में ही बातचीत करेंगे। घर पर व परिवार में होने वाले विभिन्न सामाजिक व पारिवारिक आयोजनों में आपस में सिंधी भाषा को अधिकाधिक प्रयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि सिंधी भाषा बहुत ही प्राचीन, वैज्ञानिक व समृद्ध भाषा है जिसमें मिठास तो है ही साथ ही अपनत्व का भाव भी है।

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