अजमेर, 15 अपे्रल। जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने आमजन से अपील की है कि कोरोना महामारी के इस दौर में वृद्धजनों का विशेष ध्यान रखें। इस संबंध में सरकार और एम्स नई दिल्ली द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। इसका पालन करें ताकि हमारे वृद्धजन सुरक्षित रहें।
जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि कोरोना महामारी की प्रकृति को देखते हुए 60 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धजनों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। चिकित्सकीय देखरेख में दवाओं का उपयोग करने वाले वृद्धजनों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इस संबंध में जारी एडवाईजरी के अनुसार लंबे समय से चली आ रही श्वसन संबंधी, लंग्स, हदय, किडनी, लीवर, हेपेटाईटिस, न्यूरोलॉजिक, डाईबिटीज, हाईपरटेंशन एवं कैंसर से पीड़ित वृद्धजनों के स्वास्थ्य पर कोरोना वायरस के संक्रमणकाल में स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती है।
एडवाईजरी में करने योग्य तथा ना करने योग्य गतिविधियों के संबंध में विशेष निर्देश प्रदान किए गए है। इनके अनुसार वृद्धजनों को पूरे समय घर पर ही रहकर आगंतुकों से मिलने से बचना चाहिए। विशेष परिस्थिति में वार्तालाप एक मीटर से अधिक दूरी रखकर अकेले रहने की स्थिति में किसी पड़ौसी की मदद लें। समूह में बैठने से बचे। इस दौरान अपने मोबाईल को चालू रखें। घर पर हल्की कसरत और योगा करते रहे। स्वस्थ आदतों को अपनाएं। बार-बार साबुन से हाथ धोने अथवा सेनेटाईज करने की आदत डाल लें। खांसते और छींकते समय रूमाल अथवा टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें। इस्तेमाल के पश्चात टिश्यू पेपर को नष्ट कर दें एवं रूमाल को धोएं। घर पर बना गर्म भोजन ग्रहण करें। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए फलों एवं जूस का सेवन जारी रखें।
उन्होंने बताया कि वृद्धजनों को अपनी दवा की नियमित खुराक लेनी चाहिए। अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे। बुखार, श्वास एवं अन्य किसी भी सामान्य बीमारी में भी अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। इस दौरान अपने मानसिक, शारीरिक एवं सामाजिक स्वास्थ्य के लिए अपने परिजनो के संपर्क में रहें। गर्मी के कारण समय-समय पर अतिरिक्त जल सेवन की आदत डाल लें।
उन्होंने कहा कि वृद्धजनों को कोरोना वायरस जैसे लक्षणों से ग्रसित बिमार व्यक्ति से संपर्क में नहीं आना चाहिए। हाथ मिलाने के स्थान पर नमस्कार मुद्रा में अभिवादन को तरजीह दें। चेहरे, आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वृद्धजनों की सेवा में लगे व्यक्तियों को भी सावधानी रखते हुए अपने हाथ बार-बार साबून से धोते रहना चाहिए। वृद्धजनों के पास बैठते समय मास्क का इस्तेमाल करें। बार-बार उपयोग आने वाले वाकिंग कैन, वाकर, व्हील चेयर एवं बेडपान को साफ रखें। वृद्धजनों के बुखार, कफ एवं श्वसन संबंधी समस्या होने पर उनके नजदीक जाने से बचे। ऎसी परिस्थिति में तुरंत चिकित्सक सें संपर्क करें।
उन्होंने बताया कि वृद्धजनों को मानसिक रूप से भी सबल होने की आवश्यकता हैं। इस दौरान अपने परिजनों से लगातार बातचीत करते रहे। पड़ोािसयों से भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ वार्तालाप करें। अपनी पुरानी संगीत सुनने, पढ़ने जैसी रूचियों के पुर्न जागृत करें। किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहें तथा विश्वस्त माध्यम से प्राप्त सूचना पर ही विश्वास करें।
मास्क पहनना अनिवार्य
अजमेर, 15 अपे्रल। कोरोना महामारी से बचाव के लिए जिले मे प्रत्येक व्यक्ति को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं।
जिला मजिस्ट्रेट श्री विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिये सार्वजनिक स्थानों यथा गलियों, मार्केट, पार्क पर किसी भी कारण के तहत निकलने वाले आमजन को अपने व्यक्तिगत एवं कार्यालय के वाहनों में निकलते समय, कार्यस्थल, कार्यलय, अन्य कार्य क्षेत्र पर कार्य करते समय सभी आमजन को 3 प्लाई मॉस्क या कपड़े का मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
निजी चिकित्सालय दे मरीजों को सेवायें
अजमेर, 15 अपे्रल। जिले के समस्त निजी चिकित्सालयों को पूर्व की भांति सामान्य सेवायें देने के लिए निर्देशित किया गया है।
जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान कुछ निजी चिकित्सालयों द्वारा सामान्य ओपीडी, आईपीडी एवं आपातकालीन सेवायें बंद की गई है। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए जिले के समस्त निजी चिकित्सालयों को सामान्य ओपीडी, आईपीडी एवं आपातकालीन सेवाओं को पूर्व की भांति संचालित करने के निर्देश दिए गए है। इससे मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
आवश्यक वस्तुओं के थोक विक्रेताओं द्वारा करना होगा इन्द्राज
अजमेर, 15 अपे्रल। कोरोना महामारी के कारण जारी लॉकडाउन के दौरान जिले के थोक विक्रेताओं को गोदामों व भण्डारण की सूचना का इन्द्राज करना होगा।
जिला मजिस्ट्रेट श्री विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन अवधि में आवश्यक वस्तुओं की आपूत्ति सुनिश्चित करने, कालाबाजारी एवं आवश्यक भण्डारण रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा अधिसूचना जारी की गई है। इसके अंतर्गत आवश्यक वस्तुओं में गेंहू, गेंहू का आटा, मैदा, सूजी, चावल जैसे खाद्यान्न, उडद, मूंग, अरहर, मसूर, चना दाल, राजमा जैसी दालें, सरसों, सोयाबीन, मूंंगफली, सूर्यमुखी, वनस्पति, हाइड्रोजनीकृत जैसे फिल्टर एवं रिफाईन खाद्यय तेल, 90 प्रतिशत से अधिक सूक्रोजयुक्त चीनी एवं उसके उत्पाद, बेकरी ब्रेड, देसी धी, ऑयोडाईज्ड नमक, 2 और 3 फ्लाई मास्क, एन-95 मास्क, हैंड सैनेटाईजर एवं उसके निर्माण एवं उपयोग होने वाला एल्कोहल शामिल है।
उन्होंने बताया कि इन आवश्यक वस्तुओं के थोक विक्रेता द्वारा जिला स्तर पर जिला रसद अधिकारी, उपखण्ड स्तर पर उपखण्ड अधिकारी अथवा तहसीलदार को निर्धारित फार्म ए में अपने गोदाम या सामग्री रखे जाने के स्थान का इन्द्राज करवाना होगा। इस फार्म में गोदाम या भण्डारीत स्थान का पूर्ण पता एवं भण्डारण क्षमता जैसी जानकारी देनी होगी। थोक विक्रेता द्वारा गोदाम घोषित करने पर निर्धारित स्थान के अतिरिक्त किसी अन्य स्थान पर आवश्यक वस्तुएं नहीं रखी जा सकेगी।
सरसों एवं चने की समर्थन मूल्य पर खरीद
25 क्विंटल के बजाय अब 40 क्विंटल उपज की होगी तुलाई
अजमेर में एक मई से खरीद होगी प्रारंभ
अजमेर, 15 अप्रेल। सरसों एवं चने की समर्थन मूल्य पर खरीद अजमेर संभाग से एक मई से की जाएगी। जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने बनाया कि किसानों से सरसों एवं चने की समर्थन मूल्य पर खरीद एक दिन में अधिकतम 25 क्विंटल के बजाय 40 क्विंटल किये जाने की भारत सरकार ने अनुमति दे दी है। 25 क्विंटल की तुलाई सीमा के कारण किसानों को हो रही परेशानी को दूर करने के लिये भारत सरकार से एक दिन में 25 क्विंटल की खरीद सीमा को बढ़ाने का आग्रह किया गया था। अजमेर में एक मई से सरसों एवं चने की खरीद शुरू की जाएगी।
उन्होंने बताया कि लाकडाउन के कारण खरीद को स्थगित कर दिया गया था। खरीद के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पर्याप्त सुविधाएं खरीद केन्द्रों को मुहैया कराई जाएगी। किसानों को अपने खेत के नजदीक ही उपज बेचान का केन्द्र मिले इसके लिए खरीद केन्द्रों की संख्या बढाई गई है। सरसों का समर्थन मूल्य 4425 रूपये प्रति क्विंटल तथा चने का 4875 रूपये प्रति क्विंटल है।
समर्थन मूल्य पर सरसों एवं चने के बेचान के पूर्व में किसानो द्वारा पंजीकरण कराया जा चुका है। शेष किसानों के लिए एक मई से पुनः पंजीयन प्रारंभ किया जाएगा। खरीद के दौरान बारदाने की समस्या उत्पन्न नही हो इसके लिए सभी क्षेत्रीय अधिकारी एक सप्ताह पूर्व बारदाने का आंकलन कर राजफैड को भिजवाने के निर्देश दिए गए है। ताकि समय पर व्यवस्था हो सके।