*किशनगढ।* विधायक सुरेश टाक ने जिला कलेक्टर अजमेर को पत्र प्रेषित कर लिखा कि ऐसे व्यक्ति जिनके राशन कार्ड एवं मजदूर कार्ड बने हुए हैं परंतु NFSA नेशनल फूड सिक्योरिटी से लिंक नहीं होने से उन्हें राशन सामग्री नहीं मिल रही है। ऐसी स्थिति में जिन लोगों के पास राशन कार्ड और मजदूर कार्ड है उन्हें उचित मूल्य की दुकान से राशन सामग्री उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। क ई व्यक्तियों द्वारा राशन प्राप्ति के लिए पूर्व में कराए गए रजिस्ट्रेशन के समय उनके पास उपलब्ध मोबाइल नंबर उन्होंने अपने आवेदन में दर्ज करवा दिए थ। लेकिन अब इन व्यक्तियों द्वारा पूर्व में दर्ज कराए गए मोबाइल नंबर की सिम बंद हो गई है या नंबर बदल गये है। ऐसी स्थिति में इनके वर्तमान मोबाइल नंबर पर ओटीपी नहीं आ रहा है। ऐसे में जरूरतमंद लोग सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं। इस स्थिति में इन लोगों के जो वर्तमान मोबाइल नंबर है, वह नंबर लेकर राशन वितरण की व्यवस्था करावे या नए मोबाइल नंबर के पंजीयन की व्यवस्था की जाए, जिससे उनके मोबाइल पर ओटीपी आ सके तथा ऐसा नहीं हो सके तो बिना ओटीपी के कोई ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित हो, जिससे उन्हें राशन सामग्री मिल सके।
क ई लोगों का मजदूर कार्ड बना हुआ है, किंतु राशन सामग्री लेने हेतु उनके मजदूर कार्ड पर श्रम अधिकारी के हस्ताक्षर व मोहर आवश्यक है। इस कारण से जिला रसद अधिकारी या उपखंड अधिकारी उनके राशन कार्ड पर राशन की सुविधा चालू नहीं कर पा रहे हैं। श्रम विभाग की लापरवाही या देरी के कारण आज इस संकट के दौर में इन जरूरतमंद लोगों को राशन सामग्री नहीं मिल पा रही है ।ऐसी स्थिति में वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए राशन कार्ड को सीधे ही जिला रसद अधिकारी या उपखंड अधिकारी के यहा लिंक किया जाए ताकि लोगों को सुविधाओं का लाभ मिल सके।
राशन प्राप्ति के संबंध में आमजन को हो रही समस्याओं को ध्यान में रखते क्षेत्र वार ई-मित्र सेंटर को सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने हेतु पाबंद करते हुए छूट दी जाए। जिससे यह लोग अपने मोबाइल नंबर को ई-मित्र के माध्यम से जुड़वा सके तथा खाद्य सुरक्षा योजना में आ रही परेशानियों को दुरुस्त करवा सके।
विधायक ने उपरोक्त परेशानियों के संबंध में जिला कलेक्टर अजमेर को पत्र प्रेषित कर इनके शीघ्र निस्तारण बाबत लिखा है ताकि जरूरतमंद व्यक्तियों को सरकार की योजनाओं का लाभ इस संकट की घड़ी में मिल सके और वह लोग आसानी से अपना जीवन यापन कर सके ।
*कुछ अलग*
*समाचार डेस्क*