अजमेर 16जून ( ) अग्रवाल समाज अजमेर द्वारा वैश्विक महामारी कोरोना
कोविड19 के समय सामाजिक सरोकारों से ओतप्रोत सेवाकार्य निरन्तर किये जा
रहे हैं, लोक डाउन के समय प्रारम्भ किये गए गौशाला व कबूतर शाला में
बेजुबान पशु पक्षियों के भोजन पानी का सेवा कार्य गौभक्तों व भामाशाहों
के सहयोग से नियमित रूप से किये जा रहे हैं तथा फेस मास्क व सेनेटाइजर का
निःशुल्क वितरण भी किया जा रहा है। आज एक प्रमुख समाजसेवी परिवार ने तीन
अलग अलग गौशालाओं में 3 टेम्पू हरा चारा तथा गुड़ व कबूतरशाला में 2 बोरी
मक्कीदाना अर्पण किया।
अग्रवाल समाज अजमेर के अध्यक्ष पूर्व पार्षद शैलेन्द्र अग्रवाल व
महासचिव प्रवीण अग्रवाल ने बताया अग्रवाल समाज अजमेर द्वारा भामाशाहों व
समाजसेवियों के सहयोग से उपलब्ध कराए गए कपड़े के वॉशेबल मास्क व
सेनेटाइजर निःशुल्क वितरण किये जा रहे हैं जिन्हें संस्था पदाधिकारियों
के निवास स्थान/ प्रतिष्ठान पर 5 जगह पुरानी मंडी, मदार गेट, राधा विहार
कॉलोनी, वैशालीनगर व बिहारीगंज में वितरण केन्द्र बनाकर उपलब्ध कराए जा
रहे हैं, अग्रवाल ने बताया कि मास्क तथा सेनेटाइजर वितरण का कार्यक्रम
भी निरंतर चलता रहेगा।
अग्रवाल समाज द्वारा गौशाला व कबूतर शाला में चलाए जा रहे
सेवाकार्यों के अन्तर्गत मंगलवार को प्रसिद्ध समाजसेवी एडवोकेट श्री
गणेशीलाल अग्रवाल, श्रीमती द्रौपती अग्रवाल, एडवोकेट राहुल अग्रवाल व
एडवोकेट रोहित अग्रवाल व उनके परिवार ने श्री सीता गौशाला, आशागंज, श्री
आनन्द गौपाल गौशाला, नागफणी तथा श्री पुष्कर आदि गौशाला लोहागल में एक एक
टेम्पू हरा चारा व एक एक कट्टा गुड़ गौमाताओं को अर्पित किया तथा
कबूतरशाला गंज में कबूतरों के लिए दो बोरी मक्कीदाना अर्पण कर पुण्य
अर्जित किया।
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए जयपुर की होम्योपैथी डॉ अंशु
अग्रवाल, श्री रामबाबू आमेरिया व डॉ सुरेश गर्ग की ओर से उपलब्ध कराई गयी
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की होम्योपैथी की दवा *आर्सेनिकम अल्बम 30*
के निःशुल्क वितरण के लिए अग्रवाल समाज अजमेर की ओर से शहर में 25
स्थानों पर बनाये गए दवा वितरण केन्द्रों से दवा वितरण का कार्यक्रम भी
अनवरत जारी रहा अभी तक लगभग 3690शीशियों के माध्यम से 8760 लोगों के लिए
यह दवा दी जा चुकी है।
अग्रवाल ने बताया कि अग्रवाल समाज अजमेर के माध्यम से प्रमुख समाजसेवी
अग्र वैश्य बन्धुओं के सहयोग से अजमेर की विभिन्न गौशालाओं में गौवंश के
लिए हरा चारा, बाटा, कुट्टी, गुड़ तथा कबूतरों के लिए दाना व वानरों एवं
श्वानों के लिए सेवा कार्य निरन्तर चलता रहेगा।