सामान्य बीमारियों के मरीजों को दें पूरी सुविधाएं- गालरिया

अजमेर, 25 जून। चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव श्री वैभव गालरिया ने जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय प्रशासन तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि कोरोना प्रबंधन के साथ ही सामान्य बीमारियों के मरीजों के उपचार को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दें। अस्पतालों में मरीजों के ऑपरेशन, उपचार, जांच व दवा आदि व्यवस्थाओं को सुचारू रखा जाए ताकि यहां आने वाले मरीजों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों का भी पूरी गंभीरता से निर्वहन करना है ताकि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव श्री वैभव गालरिया ने आज शाम कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में जिले के कोरोना प्रबंधन तथा अन्य बीमारियों के उपचार के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली। जिला कलक्टर श्री विश्वमोहन शर्मा ने श्री गालरिया को अजमेर जिले में चिकित्सा व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
श्री गालरिया ने राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय प्रशासन को निर्देश दिए कि संभाग के सबसे बड़े इस अस्पताल में सामान्य रोगों के मरीजों तथा सर्जरी आदि की व्यवस्थाओं को सुचारू रखे। यहां आने वाले प्रत्येक मरीज को उचित उपचार मिले। दवा एवं जांच की व्यवस्था को भी अद्यतन रखा जाए। उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि जिले के सभी स्तर के अस्पतालों में आने वाले मरीजों के लिए उपचार, जांच व दवा आदि की व्यवस्था चाक-चौबंद रहे। यहां स्टाफ तैनात रहे तथा मरीजों को उचित स्तर का उपचार उपलब्ध कराए।
उन्होंने जिले में कोरोना प्रबंधन की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि सैम्पलिंग और जांच व्यवस्था आई.सी.एम.आर. की गाइडलाइन के अनुसार की जाए। जिले में सघन स्क्रीनिंग को जारी रखते हुए हाईरिस्क में आने वाले सभी लोगों का रिकार्ड रखें। हमें कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों में पूरी गंभीरता लगातार बनाए रखनी है। कोरोना पॉजीटिव क्षेत्रों में कंटेनमेंट, सैम्पलिंग, जांच, मरीजों को भर्ती करने, लक्षण वाले मरीजों व बिना लक्षण वाले मरीजों का उचित उपचार सहित सभी प्रोटोकॉल का उचित निर्वहन करना है।
श्री गालरिया ने जिले में स्थापित किए गए कोविड केयर सेन्टर, क्वारेंटाइन सेन्टर, शेल्टर होम तथा कंटेनमेंट जोन में की गई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने इन क्षेत्रों में चिकित्सा, भोजन तथा संक्रमण रोकने के लिए किए गए प्रयासों को प्रशंसनीय बताते हुए कहा कि व्यवस्थाओं की पूरी मॉनिटरिंग जारी रखे। कोविड केयर सेन्टर आदि पर की जाने वाली व्यवस्थाएं प्रोटोकॉल के अनुसार हों।
उन्होंने राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में स्मार्ट सिटी योजना के तहत किए जाने वाले कार्यों की भी समीक्षा की। चिकित्सा शिक्षा सचिव ने लॉकडाउन के दौरान अजमेर जिले में कफ्र्यू क्षेत्रों में की गई व्यवस्थाओं, स्क्रीनिंग, जांच, जिले से जायरीन व श्रमिकों को बाहर भेजे जाने आदि कार्यों की भी जानकारी ली।
जिला कलक्टर श्री विश्वमोहन शर्मा ने बैठक में अजमेर जिले में कोरोना महामारी से संघर्ष के दौरान किए गए उपायों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अजमेर में लॉकडाउन लगने के साथ ही जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली थी। जिले में कोरोना का पहला मामला सामने आने के साथ ही कंटेनमेंट जोन, कोविड अस्पताल, जांच, उपचार, कफ्र्यूग्रस्त इलाकों में भोजन व जांच की सुविधा बढाना, जरूरतमंदों को भोजन पहुंचाना, जिले में फंसे जायरीन व श्रमिकों को उनक घर भेजना, जिले में सघन स्क्रीनिंग, आईएलआई मरीजों को अलग कर उनकी मॉनिटरिंग, लीजा मॉडल के तहत कार्यवाही, कोविड केयर सेन्टर व क्वारेंटाइन सेन्टर आदि स्थानों पर व्यवस्थाएं करना तथा लोगों को जागरूक करने की कार्यवाही की गई। जिले में सभी विभागों ने समन्वय स्थापित कर काम किया है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए।
जिला कलक्टर ने कोरोना जागरूकता के चलाए जा रहे अभियान की भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले के सभी उपखण्डों में जन जागरूकता के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। सभी सरकारी कार्यालयों तथा विभिन्न संस्थाओं ने इस कार्य में पूरा सहयोग दिया है। इसका डिजीटल एवं सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
बैठक में अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त श्री गौरव अग्रवाल, जिला परिषद के सीईओ श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वी.बी. सिंह, अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन, सीएमएचओ डॉ. के.के. सोनी आदि ने प्रजेंटेशन के जरिए अपने दायित्वों की जानकारी दी। बैठक में अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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