कांग्रेसी नेताओं ने एक प्रेस वक्तव्य जारी कर बताया कि पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री एवं विधायक वासुदेव देवनानी सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए अनर्गल बयान देकर कांग्रेस की राजस्थान सरकार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री पर बेबुनियाद एवं निराधार आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा पिछले ६ साल में संविधान को महत्व न देते हुए, राज्य दर राज्य – कर्नाटक, मध्यप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मणिपुर में जनता द्वारा चुनी हुई सरकारों को खरीद फरोख्त, हॉर्स ट्रेडिंग जैसे अनैतिक तरीके से अपदस्थ करने के षड़यंत्र स्पष्ट रूप से सबके सामने है।
कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि पिछले ७० सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ जब बहुमत सरकार विधानसभा सत्र बुलाना चाहे और माननीय राज्यपाल महोदय विभिन्न बाधाएं पैदा करते हुए अपनी मंज़ूरी न दें। ये लड़ाई लोकतंत्र और षड्यंत्र की है, विजय लोकतंत्र की होगी संविधान की होगी।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में जो सरकार है, बहुमत के साथ, विभिन्न मांगों को लेकर, कैबिनेट की अप्रूवल से, सत्र बुलाना चाहती है। हम लोकतांत्रिक ढंग से कोरोना और ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं, इस महामारी से निजात दिलाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने पिछले ३ महीनों में जिस प्रकार कोरोना का सामना किया है और जनहित में फैसले लिए हैं, देश विदेश में उसकी सराहना हुई है एवं अन्य प्रदेशों ने इस महामारी से सफलतापूर्वक निजात पाने के लिए राजस्थान मॉडल को अपनाया है।