आम आदमी पार्टी द्वारा राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित कर के विरोध दर्ज करवाया

कीर्ति पाठक
संसद के उच्च सदन में हुए हाई लेवल ड्रामा में सत्ता के तानाशाही रवैये द्वारा संसदीय लोकतांत्रिक प्रणाली की अवहेलना करते हुए ध्वनि मत से जो देश के अन्नदाता के शोषण की बिसात बिछाई गयी उस का आम आदमी पार्टी द्वारा अजमेर में महामहिम राष्ट्रपति जी को ज्ञापन प्रेषित कर के विरोध दर्ज करवाया गया |
आज दिनांक 22-9-20 को अजमेर में धारा 144 के लागू होने के कारण अजमेर की संभाग प्रभारी कीर्ति पाठक के नेतृत्व में तीन सदस्यीय दल जिस में अजमेर की जिलाध्यक्ष मीना त्यागी व् जिला उपाध्यक्ष आफाक अली शामिल थे , द्वारा अजमेर के कलेक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित जी के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन दिया गया जिस में वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा लोकतांत्रिक मूल्यों की अनदेखी पर चिंता जताई गयी |
संभाग प्रभारी कीर्ति पाठक ने स्पष्ट किया कि राज्य सभा में बहुमत न होने के बावजूद सत्ता द्वारा तीन किसान विरोधी बिल का ध्वनिमत से पास होने का ड्रामा किया गया उस से आम आदमी पार्टी देश की व्यवस्था हेतु चिंतित है |
केंद्र सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों को नकारते हुए देश के अन्नदाता से खिलवाड़ करने को उतारू है और उन का भविष्य कुछ पूंजीपतियों के हाथ में सौंपने का कुत्सित प्रयास कर रही है | इन बिल के माध्यम से जमाखोरी और मुनाफाखोरी को कानूनी जामा मिल जायेगा , जो कि आम आदमी और किसानों के लिए बेहद चिंतनीय है |
न्यूनतम समर्थन मूल्य की ज़रुरत को नकारते हुए सरकार ने खरीददार व् किसान को अपना मूल्य निर्धारण करने की जो चाल चली है उस में पूंजीपतियों द्वारा किसान को बंधुआ मज़दूर बना कर दयनीय हालत में पहुंचाने का डर है | सरकार द्वारा सिर्फ मौखिक रूप से न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात करना दर्शाता है कि वो सिर्फ जुमलेबाज़ी कर किसानों को भरमाने के प्रयास कर रही है |
आम आदमी पार्टी महामहिम राष्ट्रपति जी से निवेदन करती है कि वे संसद के उच्च सदन में हुए लोकतंत्र की हत्या के प्रयास पर तुरंत संज्ञान लें व् किसान विरोधी इस बिल को अपनी स्वीकृति नहीं दें |
संभाग प्रभारी ने स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व अब अन्नदाता के शोषण के प्रयास के इस मुद्दे को लेकर देश भर में आंदोलन करेगा |

कीर्ति पाठक
संभाग प्रभारी
आम आदमी पार्टी
अजमेर , राजस्थान

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