(आदर्श विद्या निकेतन पुष्कर मार्ग द्वारा आयोजित ऑनलाइन वेबीनार हुई संपन्न)
अजमेर।
भारत अपने अतीत में विश्वगुरु कहलाता था यहां के नालंदा और तक्षशिला जैसे विद्यालय संपूर्ण विश्व में शिक्षा के आदर्श केंद्र के रूप में जाने जाते थे जिनसे इस राष्ट्र की आवश्यकता और आदर्श मानव मूल्यों के अनुरूप विद्यार्थियों का निर्माण सतत होता था भारत सरकार द्वारा 34 वर्षों बाद लाई गई यह नई शिक्षा नीति 2020 एक बार फिर भारत में मिशन नालंदा और मिशन तक्षशिला को तैयार करने का रोड मैप है शिक्षा नीति को बहुत श्रेष्ठ लोगों ने बहुत मेहनत करके बनाया है यह विचार आदर्श विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय पुष्कर मार्ग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आयोजित ऑनलाइन वेबीनार में पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए ।
उन्होंने कहा की यह शिक्षा नीति जहां एक ओर भारतीय संस्कृति के आदर्शों को शिक्षा में जोड़ने की बात करती है वहीं दूसरी ओर यह व्यवसायिक शिक्षा और व्यवहारिक ज्ञान के साथ शोध परक प्रवृत्ति को विकसित कर बारहवीं तक आते-आते विद्यार्थियों को आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने की भी व्यवस्था करती है।
वेबीनार में पूछे गए प्रश्नों का जवाब देते हुए उन्होंने इस शिक्षा नीति के विभिन्न आयामों को विस्तार से बताया ।
उन्होंने कहा यद्यपि शिक्षा समवर्ती सूची का विषय है लेकिन पूर्व में आई शिक्षा नीतियों का प्रभाव धीरे-धीरे संपूर्ण देश भर के शैक्षिक ढांचे पर हुआ है इस कारण यह विश्वास के साथ कहा जा सकता है आने वाले वर्षों में संपूर्ण देश भर में इस शिक्षा नीति के प्रभाव स्वरूप अवसर युक्त अवसाद मुक्त और भारत केंद्रित शैक्षिक वातावरण निर्मित हो सकेगा इसमें बड़ी भूमिका देश के जागरूक नागरिकों और शैक्षिक संगठनों की है कि वह इस शिक्षा नीति का गहन अध्ययन करें और इसके प्रति प्रभावी जन जागरण करें। विद्या भारती द्वारा इस दिशा में किए जा रहे प्रयत्न सराहनीय व अनुकरणीय है।
कार्यक्रम में उपस्थित विद्याभारती अजमेर के जिला निरीक्षक संजय जी शर्मा ने शिक्षा नीति 2020 के लिए देशभर में चलाए जा रहे अभियान mynep की जानकारी देते हुए बताया की इसमें राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है जिसमे पंजीयन की अंतिम तिथि 24 सितंबर है तथा प्रतियोगिता में अपनी प्रविष्टि सबमिट करने की अंतिम तिथि 2 अक्टूबर है । 5 अक्टूबर को विजेताओं की घोषणा की जाएगी इसकी अधिक जानकारी एवं पंजीयन के लिए www.mynep.in पर लॉगिन कर सकते हैं।
कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष सर्वेश्वर तिवारी तथा अध्यक्ष नंद किशोर गोयल भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में वेबीनार के संचालक प्रधानाचार्य भूपेंद्र उबाना ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा की किसी भी देश का भविष्य कैसा होगा इसका आदर्श प्रतिमान उस देश की शिक्षा नीति होती है इसलिए प्रत्येक जागरूक नागरिक को इसके प्रति संवेदनशील रहना चाहिए ।