एक हजार किलो से अधिक खराब मावा करवाया नष्ट

अजमेर, 27 अक्टूबर। राज्य सरकार के शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अंतर्गत मंगलवार को भी जिले में खाद्य पदार्थों के नमूने एकत्र किए गए। गैर मानक पाए गए एक हजार किलो से अधिक खराब मावे को नष्ट करवाया गया।

जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि राज्य सरकार आमजन को शुद्ध एवं स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थ मिलना सुनिश्चित करने के लिए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के माध्यम से कार्य कर रही है। इसके लिए गठित जांच दलों का गठन किया गया है। इन दलों द्वारा जिले में विभिन्न स्थानों पर आकस्मिक निरीक्षण कर मौके पर जांच की जाती है। साथ ही खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर लैब में भेजा जा रहा है।

जिला कलक्टर ने बताया कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में मंगलवार को जिले में विभिन्न दलों द्वारा कार्यवाही की गई। अजमेर शहर में 9 प्रतिष्ठानों की मौके पर जांच कर मिक्स दूध एवं पनीर के 4 नमूने लिए गए। इसी प्रकार अन्य दल द्वारा बिजयनगर एवं भिनाय तहसील में 11 प्रतिष्ठानों की मौके पर जांच की गई। अर्जुनपुरा गांव में खोआ, एडीबल ऑयल एवं घी के कुल 5 नमूने लिए गए। बिजयनगर स्थित श्री कृष्ण डेयरी के यहां से 15-15 किलो घी के 5 पीपे सीज किए गए। इसी प्रकार एक हजार 12 किलोग्राम मावे में दुगंर्धित एवं खाने योग्य नहीं होने के कारण नष्टीकरण की कार्यवाही की गई। इस दल में प्रोटोकोल ऑफिसर श्री आलोक जैन, खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री अजय मोयल, बाट माप अधिकारी भावना दयाल एवं प्रवर्तन निरीक्षक श्री सुरेन्द्र भारती शामिल थे।

उन्होंने बताया कि विधिक माप विज्ञान अधिनियम एवं पैकेज्ड कमोडिटिज नियम के तहत 12 निरीक्षण किए गए। विधिसम्मत नहीं पाए जाने पर 3 प्रकरण दर्ज किए गए। पूर्व में भी इसी प्रकार के 5 प्रकरण दर्ज किए जा चुके हैं। जिला रसद अधिकारी श्री अंकित पचान ने बताया कि निरीक्षण के दौरान अनियमितता पाए जाने पर सहायक नियंत्रक श्री मनीष भटनागर एवं सुश्री भावना दलाल द्वारा मदार गेट स्थित मोहनराम तुलसीराम, बद्रीप्रसाद नारायण प्रसाद, खण्डेलवार स्वीट्स, पड़ाव स्थित जैन नमकीन, गंज स्थित गणेश डेयरी, सतगुरू डेयरी, बिजयनगर स्थित कृष्ण डेयरी के विरूद्ध विधिक माप विज्ञान अधिनियम 2009 के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज किए गए हैं।

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