माटी से जुड़े लोक कलाकारों पर कोरोना वायरस महामारी की दोहरी गाज गिरी है

माटी से जुड़े लोक कलाकारों पर कोरोना वायरस महामारी की दोहरी गाज गिरी है। जिसकी चपेट में आने से उनकी कला के कद्रदान तो छिने ही, साथ ही अपने कला के दम पर पेट पालने वाले इन कलाकारों के सामने उदर पोषण का संकट भी गहरा गया है। लोक कलाकार आजीविका के लिए पूरी तरह से अपनी कला पर निर्भर हैं
समग्र कल्याण संस्थान द्वारा अजमेर शहर में स्थित 55 लोक कलाकारों के परिवारों (कठपुतली नाटक ,कच्ची घोड़ी,राजस्थानी नृत्य सगीत कलाकार,मूर्तिकला कलाकार) कोरोना वायरस संकट के दौरान ऐसे लोक कलाकारों का समर्थन करने के लिए घर घर जाकर 25 किलो राशन वितरण की यह एक अनूठी पहल की गयी है व साथ ही खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना साथ ही ३ सप्ताह तक भोजन व्यवस्था इस पहल के माध्यम से कुछ समय तक नियमित आजीविका से वंचित कलाकार समुदाय का समर्थन करेगी
संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ एस एन शर्मा के अनुसार कलाकार सभ्यता और संस्कृति को समृद्घ व समाज को जागरूक करने का कार्य करते हैं। कोरोना महामारी के कारण देश भर में कला क्षेत्र के लोग रोजी रोटी के लिए तरस गए है, इसको देखते हुए संस्था द्वारा कलाकारों ना सिर्फ राशन वितरण किया जा रहा है बल्कि इनकी कला के माध्यम से कोरोना जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएंगे जिससे इनके जीवन यापन करने व इनकी कला को सजोय रखने में मदद मिल सके
कार्यक्रम में संस्थान कार्यकर्ता दीपक इंदरजीत का योगदान सहरानीय रहा I

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