केकड़ी 18 जनवरी *पवन राठी*
निकाय चुनावों की सिंह गर्जना के बाद रणभेरी भी बज चुकी है और भा ज पा और कांग्रेस दोनों के चुनावी योद्धा समर में अपने अपने हथियारों के साथ ताल ठोक चुके है ।
कांग्रेस का हाई टेक चुनाव प्रचार प्रारम्भ हो चुका है इसमें एक टेम्पो पर बड़ी एल ई दी लगाए जाकर चिकित्सा मंत्री का भाषण सुनाया जा रहा है जिसमे वो अब तक के विकास कार्य जनता के समक्ष रख रहे है।जंहा भी वह टेम्पो जाता है जनता उसके करीब जाकर रघु शर्मा को सुनते दिखाई पड़ रहे है। यह टेम्पो शहर के विभिन्न वार्डो में घूम रहा है और जनता को अपनी और आकर्षित भी कर रहा है।दूसरी और भाजपा अभी डैमेज कंट्रोल के साथ साथ घर घर दरवाजा खट खटखाती जा रही है और अपने पक्ष में वोट मांगती नजर आ रही है।
दोनों दलों के समीकरणों को 51 बागियों सहित 1 ब स पा उम्मीदवार ने बिगाड़ कर रख दिया है।आज 11 बागियों द्वारा अपने अपने नाम वापस लिए जाने के बाद भी अभी 40 बागी चुनावी रण में ताल ठोके हुए है। भा ज पा की डैमेज कंट्रोल नीति सफल होती दिख रही है। बागियों की मान मनुहार दोनों ही दलों द्वारा निर्बाध रूप से जारी है।अब कल 19 तारीख को अपरान्ह 3 बजे तक चुनावी रण से कितने योद्धा खुद को अलग कर सकेंगे तब कंही जाकर वास्तविक चुनावी योद्धाओं की तस्वीर साफ हो पाएगी।
राजनयिक विश्लेषकों का कहना है कि अनेक वार्डो में बागियों के चुनावी समीकरण बिगाड़ने की पूरी पूरी संभावनाये है।यदि यह सत्य साबित होता है तो बागियों के अधिक संख्या में जितने की संभावनाएं बलवती हो जाएगी और पालिका अध्यक्ष के चुनाव को भी ये अपनी महत्व पूर्णहो जाएगी।