केकडी 11 अप्रैल(पवन राठी) सिन्धी समाज के पारंपरिक व्यंजनों में दाल पकवान का दर्जा सबसे ऊपर है। दाल पकवान को सबसे स्वादिष्ट और लजीज नाश्ता माना जाता है सिंधी समाज के हर घर में इसका सेवन किया जाता है अब तो यह बाजार में भी मिलने लगा है।
दाल पकवान की लोकप्रियता को देखते हुए समस्त सिंधी समाज ने 11 अप्रैल को दाल पकवान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
सिन्धी भ्रात्री मंडल के अध्यक्ष बलराज मेहरचंदानी ने बताया कि पाश्चात्य शैली के व्यंजनों के चलते हुए पारंपरिक व्यंजन लुप्त से होते जा रहे हैं इनको जिंदा रखने के लिए समस्त सिंधी समाज द्वारा 11 अप्रैल को विश्व पकवान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया ताकि आने वाली पीढ़ी अपने पारंपरिक व्यंजनों को याद रख सके एवं उसका स्वाद चख सके। इसी के उपलक्ष में आज बंजारा मौहल्ला स्थित सिंधी धर्मशाला में विश्व पकवान दिवस मनाया गया। जिसमें केकड़ी के सिंधी समाज के हर वर्ग ने दाल पकवान का लुफ्त उठाया।
विश्व दाल पकवान दिवस को सफल बनाने के लिए भ्रात्री मंडल के शंकर होचंदानी, भगवानदास भगतानी, नाथूलाल सेवकरामानी,जय महाराज, सिन्धी नवयुवक मंडल के अध्यक्ष पंकज होतचंदानी,चेतन भगतानी, शैलेन्द्र वाधवानी,वासु कोरानी, दीपक कोरवानी,लेखराज कपूर एवं महिला वर्ग से सावित्री हरवानी,ईश्वरी होतचंदानी आदि का सहयोग सराहनीय रहा।