जमकर उड़ी सोशल डिस्टनसिंग की धज्जियां

केकड़ी 4 जून (पवन राठी) / आज केकड़ी शहर के बाजार की स्थिति देखकर ऐसे लग रहा था मानो लोंगो ने यह ठान लिया हो कि हम कभी नहीं सुधरेंगे। पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में लोग खूलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे थे। कल से तीन दिन वीकेंड लॉकडाउन के मद्देनजर लोगों की भीड़ आज खरीददारी के लिए उमड़ पड़ी। आज बाजार में भीड़ ही इतनी थी कि उसे काबू करना इन चंद पुलिसकर्मियों के बस की बात नहीं थी, यही वजह थी कि पुलिसकर्मी मूक दर्शक बने हुए खड़े थे। वहीं प्रशासन ने भी नियमों की पालना कराने में कोई विशेष रुचि नहीं दिखाई। जबकि सरकारी आदेशों में कहा गया है कि लोगों को सरकारी गाइडलाइन कि पालना सख्ती से कराई जाए। आज 11 बजे तक बाजार में कोई अधिकारी नजर नहीं आया। बाजार में जहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही थी वहीं कई लोगों ने मास्क नहीं लगा रखे थे और कई लोगों ने तो कार्यवाही के डर से ठोडी पर मास्क लगा रखे थे। बाजार में पुलिस का जाप्ता भी मौजूद था लेकिन वह भी लोगों को सरकारी गाइडलाइन की पालना कराते नहीं दिखा। खुद कई दुकानदार बिना मास्क व ठोडी पर मास्क पहने बैठे थे। अधिकांश दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ रही थी। कुछ लोगों व व्यापारियों का कहना है कि बाजार खुलने का समय सही नहीं होने की वजह से बाजार में अफरा तफरी का माहौल रहता है यही समय सुबह 8 बजे से 2 बजे का कर दिया जाए तो बाजार की स्थिति में सुधार आ सकता है। क्षेत्र में कोरोना का तांडव हम अभी तक देख रहे हैं, पिछले दो माह में कोरोना से मौत का आंकड़ा सरकारी आंकड़े के अनुसार करीब सवा सौ पहुंच गया है वहीं करीब ढाई हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं। ऐसी स्थिति के बावजूद लोग समझने को तैयार नहीं। कोरोना की दूसरी लहर उतार पर है वहीं तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है फिर भी लोग बेफिक्र हैं। लोगों को न अपने जीवन का खतरा है और न ही परिवार का। इसी लापरवाही के चलते हमें इन चंद दिनों में अपनों को खोना पड़ा है। जिनके परिवार के सदस्य गए हैं उनसे पूछो की अपनों से बिछुड़ने को उन्हें कितना गम है। अब भी संभलने का मौका है क्योंकि कहा जा रहा है तीसरी लहर और खतरनाक हो सकती है, उसमें बच्चों को अधिक खतरा बताया जा रहा है। अगर हम अब भी नहीं संभले तो घातक परिणाम भुगतने पड़ेंगे, क्योंकि कोरोना अब गांवों में भी प्रवेश कर चुका है। अतः अब यह मानकर चलिए जो संभल कर चलेगा वही आगे तक चलेगा। इसलिए मास्क लगाकर रखिये और बाजार या अन्य स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें। कुल मिलाकर कोरोनाकाल में सावधानी ही हमारा जीवन बचा सकती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन तो डबल मास्क लगाने की एडवाइज दे रहा है। आप भी अब जब भी बाहर निकलें मास्क लगाकर ही जाएं।
कोरोना कम हुवा है समाप्त नही।
सतर्क रहें सावधान रहें।

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