सिन्धी मातृभाषा के ज्ञान से इतिहास को जानने का अवसर -महामण्डलेश्वर हंसराम

राज्य स्तरीय आनलाइन ई-सिन्धी बाल संस्कार शिविरों का शुभारंभ
16 जून 2021 -सिन्धी मातृभाषा के ज्ञान से सिन्धु भाषा, सभ्यता संस्कृति के साथ इतिहास की पूर्ण जानकारी मिलती है और सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के 1309वें बलिदान दिवस के अवसर पर राज्यस्तरीय आॅनलाइन ई-सिन्धी बाल संस्कार शिविरों का शुभारंभ करने से महापुरूषों के जीवन से प्रेरणा लेने व सनातन संस्कारों से जोडने का कार्य हुआ है ऐसे आर्शीवचन महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, हरीशेवा धाम भीलवाडा ने भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान की ओर से कोरानाकाल में विद्यार्थियों के लिये आॅनलाइन सिन्धी ई-बाल संस्कार शिविरों के उद्घाटन के अवसर पर कहे। ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदास, बालकधाम किशनगढ के स्वामी श्यामदास ने भी आर्शीवचन व शुभकामनाए दी।
राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि राजस्थान प्रदेश में ऐसे सिन्धी बाल संस्कार शविरों के आयोजन से विद्यार्थियों ने मिसाल बनाई है और अन्य प्रदेशों में भी ऐसे आयोजन किये जायेगें।
प्रदेश के भाषा,साहित्य मंत्री व कार्यक्रम संयोजक डाॅ. प्रदीप गेहाणी (जोधपुर) ने बताया विद्यार्थियों के लिये तैयार किये गये समूहों में अध्ययन प्रारम्भ हुआ है और प्रदेशभर में 100 से अधिक सिन्धी शिक्षकों की टोली ने विभिन्न सत्रों में पढाने वाले विषयों की जानकारी दी जा रही है और दस दिवसीय इस आयोजन में 3000 से अधिक विद्यार्थियों की आॅनलाइन जूम मीटिंग में सम्मिलित हो रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष श्री मोहनलाल वाधवाणी ने बताया कि अलग अलग ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जायेगा जिसमें विजेताओं को सम्मानित किया कर सम्मान में प्रशस्ति पत्र के साथ रूपये 31,000 के नकद राशि भी वितरित की जायेगी। प्रतिभागियों को ई रंगीन सर्टीफिकेट का वितरण भी किया जायेगा।
प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने बताया कि किताब में प्रार्थना, खेलकूद की जानकारी, सिन्धी गीत, लोक गीत-नृत्य, नाटक, कविता, भजन व देश भक्ति के प्रेरणा प्रसंग जोडे गये है। राज्य में आॅनलाइन सिन्धी बाल संस्कार शिविरों का आयोजन ईकाइयों के सहयोग से किया जा रहा है। शिविर में 5 से 18 वर्षीय छात्र-छात्राओं को सम्मिलित हुये है।
शिविरों को सुरेश कटारिया, श्रीमति वंदना वजीराणी (चित्तौडगढ) श्रीमति शोभा बसंताणी नवल किशोर गुरनाणी(जयपुर) गिरधारी ज्ञानाणी, राजकुमार दादवाणी (खैरथल) घनश्याम ठारवाणी भगत, महेश टेकचंदाणी, मोहन कोटवाणी (अजमेर) मूलचंद बसताणी, दीपेश सामनाणी (जयपुर) राधाकिशन शिवलाणी (पाली) जय चंचलाणी (कोटा) घनश्याम हरवाणी (श्रीगंगानगर) सुरेश केसवाणी (बीकानेर) घनश्याम मंघनाणी (हनुमानगढ) राजा संगताणी (बालोतरा)वीरूमल पुरसवाणी,प्रकाश फुलवाणी, नरेश टहिल्याणी सहित शिक्षक ज्ञानवर्धन कर रहे हैं।

(ईश्वर मोरवाणी)
प्रदेश महामंत्री,
मो.09414349864

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