अखिल भारतीय प्राज्ञ महिला समिति की कोषाध्यक्ष श्रीमती मधु पदमचंद जैन खटोड़ ने आज भावुक होकर अपने वक्तव्य में कहा कि पीड़ित व्यक्ति को देखकर हृदय में करुणा भाव उत्पन्न होना ही मानवता की निशानी है। अपने लिए तो सब जीते हैं लेकिन जो दूसरे ऐसे व्यक्ति जो पीड़ित हैं अपनी बेरोजगारी,बीमारी आदि से दुःखी है उनको नि:स्वार्थ भाव से सेवा देना ही सच्ची सेवा है। उन्होंने श्री प्राज्ञ सेवा समिति अजमेर द्वारा परोपकार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि हमें ऐसे प्रयास निरंतर जारी रखकर अधिक से अधिक जरूरतमंद तक सहायता पहुचाने का प्रयास करना चाहिए ।
अजमेर के अंचल के क्षेत्रो में असहाय,बेरोजगारी झेल रहे परिवार व अन्य व्यक्तियों को कार्यक्रम संयोजक पदमचंद जैन के संयोजन में विगत दो माह से अधिक समय से लगातार सौ से दो सौ व्यक्तियों को शुद्ध एवम सात्विक भोजन की सेवा समिति सदस्यो, भामाशाहों व समाजसेवियों के माध्यम से कराई जा रही है। आज की भोजन सेवा के अंतर्गत तीर्थराज पुष्कर के रेलवे स्टेशन क्षेत्र में कालबेलियों के डैरो में व अन्य जरूरतमन्दों को श्रीमती मधु पदमचंद जैन खटोड़ ने अपने पुत्र अंशुल जैन पुत्रवधु श्रीमती अंजली जैन की वैवाहिक वर्षगाँठ पर दी गई
श्री प्राज्ञ सेवा समिति के मंत्री इंदरचंद पोखरना ने बताया कि इस सेवा के तहत अब तक दस हज़ार से अधिक ग्रामीणजनों व स्लम एरिया में रहने वाले व्यक्तियों को भोजन सेवा दी जा चुकी हैं।
अध्यक्ष जी एम जैन व समिति के जन संपर्क अधिकारी अतुल पाटनी ने आज की भोजन सेवा सहयोगी श्रीमती मधु पदमचंद जैन खटोड़ के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बताया कि यह सेवा सोशियल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए लगातार जारी रहेगी।
इंदरचंद पोखरणा
मंत्री