आपातकाल दिवस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाया काला दिवस

केकडी 25 जून(पवन राठी) / भारतीय जनता पार्टी केकडी शहर मण्डल द्वारा 25 जून 1975 को देश मे लगाए गए आपात काल का काला दिन के विरोध में कोविड गाइड लाइन की पालना करते हुए तीनबत्ती पर बाहों पर काली पट्टी बांधकर व हाथों में आपातकाल विरोधी स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया,इस मौके पर भाजपा नेता राजेन्द्र विनायका ने कहा कि 1975 में तत्कालीन कांग्रेसी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उच्चतम न्यायालय द्वारा उनके सांसद चुनाव के खिलाफ चुनाव याचिका का निस्तारण करते हुए उनका चुनाव अवैध घोषित कर दिया था जिसके विरोध में इंदिरा गांधी ने तानाशाही रुख अपनाते हुए देश मे आपातकाल लगाकर प्रेस व मीडिया पर पाबंदी लगा दी व विरोध करने वालो को जेलों में बन्द कर दिया गया जिनकी कोई सुनवाई नही की जा रही थी पूरे देश मे हाहाकार मच गया इस तानाशाही के विरोध में सम्पूर्ण देश के विपक्षी दलों ने मिलकर विरोध किया ,ऐसे तानाशाही फैसले के कारण इस दिन को काला दिवस के रूप में याद किया जाता है हम लोकतंत्र की हत्या करने वाले इस कानून की घोर निंदा करते है, मंडल अध्यक्ष अनिल राठी ने कहा कि कांग्रेस की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने न्यायालय द्वारा अपना चुनाव रद्द करने के फैसले के कारण अपने एक्शन की फैसले के द्वारा संपूर्ण देश में आपातकाल लगाकर लोगों के स्वतंत्रता से अपने विचार रखने तथा विरोध प्रदर्शन पर पाबंदी लगा दी सभी मीडिया स्रोतों पर भी पाबंदी लगाकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला कोटा तथा विरोध करने वाले छोटे बड़े सभी नेताओं को बिना किसी आरोप व सुनवाई के जेलों में ठूंस दिया तथा उनको अनेकों प्रकार से यातनाएं दी गई जिसके फलस्वरूप संपूर्ण देश में विरोध का स्वर मुखर हुआ और इस विरोध के आगे सरकार को झुकना पड़ा तथा इस काले कानून को वापस लेना पड़ा हम इस कुकृत्य विरोधी दिवस पर इस संघ भरे निर्णय की कड़ी निंदा करते हुए इस दिन को काला दिवस के रूप में विरोध प्रदर्शन कर मना रहे हैं ताकि देश की जनता को यह पता चल सके कि देश में ऐसे ऐसे भी कानून बनाए गए थे जिन के विरोध के फलस्वरूप उनको मुंह की खानी पड़ी अतः आगे से ऐसा दुस्साहस कोई भी नहीं कर सके जिससे लोकतंत्र सुरक्षित रहे।वरिष्ठ भाजपा नेता लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने कहा कि लोकतंत्र के बड़े पुजारी बने कांग्रेसी जो आज लोकतंत्र के गीत गाते है ओर मोदी जी को लोकतंत्र बताते है वे यह क्यो भूल जाते है कि लोकतंत्र विरोधी सबसे बड़ा कालाविरोधी अध्याय कांग्रेस ने ही लिखा और आमजन के स्वतंत्रता से जीने का अधिकार तक छीन लिया हम कांग्रेस के इस कृत्य की घोर निंदा करते है उस वक्त इमरजेंसी लगाकर इन्होंने लाखो लोगो को जेल में बन्द करके यातनाएं दी ओर विरोध करने वाले छोटे से छोटे व बड़े नेताओं को चुन चुन कर जेल में ठूंस दिया गया ऐसे तानसाहो की हम निंदा करते हुए आज काला दिन मनाकर विरोध प्रदर्शन करते है।
लोकतंत्र के बड़े पुजारी बने जो आज लोकतंत्र के गीत गाते है,कांग्रेसी जो मोदी जी को लोकतंत्र बताते है वो यह क्यो भूल जाते है कि लोकतंत्र विरोधी सबसे बड़ा कालाविरोधी अध्याय कांग्रेस ने ही लिखा और आमजन के स्वतंत्रता से जीने का अधिकार तक छीन लिया हम कांग्रेस के इस कृत्य की घोर निंदा करते है उस वक्त इमरजेंसी लगाकर इन्होंने लाखो लोगो को जेल में बन्द करके यातनाएं दी ओर विरोध करने वाले छोटे से छोटे व बड़े नेताओं को चुन चुन कर जेल में ठूंस दिया गया ऐसे तानसाहो की हम निंदा करते हुए आज काला दिन मनाकर विरोध प्रदर्शन करते है।

इस मौके पर भाजपा नेता राजेंद्र विनायका,मंडल अध्यक्ष अनिल राठी सेवा ही संगठन जिला संयोजक सत्यनारायण चौधरी,वरिष्ठ भाजपा नेता लक्ष्मण सिंह राठौड, पूर्व मंडल अध्यक्ष बद्री माली व बलराज मेहरचंदानी, महामंत्री रामबाबू सागरिया व कमल सांखला,कार्यक्रम संयोजक धनराज नायक,पार्षद कैलाश चौधरी भाजयुमो अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र चौधरी,सेवा ही संगठन केकडी संयोजक महेश बोयत,आई टी प्रकोष्ठ संयोजक रोहन राठी,युवा मोर्चा उपाध्यक्ष श्रीराम आचार्य भाजपा नेता दशरथ साहु, महावीर साहु, प्रियंक दाधीच,पूर्व पार्षद शांति लाल नायक,गिरिराज चांवला समेत पार्टी के कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

error: Content is protected !!