सरकार विधायक कोष से वैैक्सीन के लिए दिए तीन करोड़ रूपए लौटाए

-देवनानी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखा पत्र
-18 से 45 वर्ष के युवाओं को वैक्सीन के लिए केंद्र सरकार दे रही है निशुल्क डोज

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 26 जून। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने कहा है कि सरकार को विधायक स्थानीय क्षेत्र निधि विकास कोष से युवाओं को वैक्सीनेशन के लिए दिए गए तीन-तीन करोड़ रूपए विधायकों को लौटने चाहिए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे पत्र में देवनानी ने कहा कि उन्होंने वैश्विक महामारी कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को रोकने हेतु 18 से 45 साल तक के युवाओं को वैक्सीन लगाने के लिए स्थानीय क्षेत्र विकास योजनान्तर्गत तीन करोड़ की अनुशंसा की थी। उन्होंने पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार ने युवाओं को निशुल्क वैक्सीन लगाने का काम 21 जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से शुरू कर दिया है। इससे प्रत्येक विधायक द्वारा दिए गए तीन-तीन करोड़ रूपए बच गए हैं। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा और राशि मिलाकर वैक्सीनेशन कराया जाना था। इस तरह राज्य सरकार के करीब तीन हजार करोड़ बच गए हैं। चूंकि अब केंद्र सरकार द्वारा निशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही है, इसलिए राज्य सरकार द्वारा वैक्सीन के लिए विधायकों द्वारा दी गई राशि उपयोग में नहीं ली जाएगी।
देवनानी ने कहा है कि राज्य सरकार को तीन करोड़ रूपए जल्द से जल्द विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजनान्तर्गत हस्तांतरित किए जाने चाहिए, ताकि इस राशि का उपयोग विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों और मूलभूत सुविधाओं के विस्तार पर किया जा सके।

कोरोना का असर कम, अब सभी बाजार रात 8 बजे तक खोलने की अनुमति दे सरकार-देवनानी
-जब रेस्टोरेंट व माॅल खोल दिए तो बाजार पूरे समय खोलने की अनुमति देने में क्या हर्ज है

अजमेर, 26 जून। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने कहा है कि कोरोना महामारी का असर कम होने के साथ ही राज्य सरकार को सभी बाजार रात 8 बजे तक खोलने की छूट देनी चाहिए, ताकि व्यापारिक और व्यावसायिक गतिविधियां एक बार फिर सुचारू रूप से शुरू हो सकें।
देवनानी ने कहा कि जब राज्य सरकार ने रेस्टोरेंट, माॅल आदि खोल दिए हैं। आए दिन राजनीतिक गतिविधया हो रही हैं, तो बाजार शाम 4 बजे तक ही खोलने की पाबंदी रखने का कोई औचित्य समझ में नहीं आता है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी का दौर बहुत कम हो गया है। इसलिए आर्थिक गतिविधियां भी नियमित रूप से संचालित होनी चाहिए। वैसे भी पिछले 15 महीने से कोरोना महामारी और लाॅकडाउन के कारण काम-धंधे करीब-करीब ठप रहे हैं। बीच में कुछ महीनों के लिए बाजार खुले, लेकिन सूने रहे। इस स्थिति में व्यापारियों के सामने आर्थिक परेशानी पैदा हो गई है। अब भी यदि बाजार पूरे समय नहीं खोले जाते हैं, तो व्यापारियों की आर्थिक हालत बुरी तरह बिगड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि इन सब हालात को देखते हुए सरकार को बाजार सुबह 6 से रात 8 बजे तक खोलने की अनुमति देनी चाहिए।

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