अजमेर कांग्रेस के वरिष्ठ युवा नेता व मानव अधिकार परिषद के अध्यक्ष शैलेश गुप्ता ने स्मार्ट सिटी के नाम पर अजमेर शहर में रोजाना दर्जनों छायादार बड़े-बड़े जो पेड़ काटे जा रहे हैं उसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हुए जिलाधीश संभागीय आयुक्त नगर निगम आयुक्त से इन पेड़ों की एवज में 10 गुना पेड़ लगाने की मांग की है शैलेश गुप्ता ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर जनता के करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं अच्छी बात है स्मार्ट सिटी में खर्च भी होना चाहिए परंतु ठेकेदार एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से बड़े-बड़े छायादार पेड़ों को अंधाधुन काटा जा रहा है अभी हाल में कोरोनावायरस जलते हुए आम जनता को ऑक्सीजन की कितनी किल्लत हुई वह सबके सामने है आने वाले समय में हमें पेड़ों को बचाना है पर्यावरण को बचाना है पर्यावरण दिवस मनाया जाता है लाखों रुपया प्रतिवर्ष खर्च किया जाता है आज इन पेड़ों को काटने से आसपास का टेंपरेचर बढ़ गया पर्यावरण अशुद्ध हुआ ऑक्सीजन की कमी हो रही है इस को ध्यान में रखते हुए हजारों पेड़ अजमेर शहर में लगाने चाहिए शैलेश गुप्ता ने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री संपर्क पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई है