अजमेर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मानव अधिकार परिषद के अध्यक्ष शैलेश गुप्ता ने जिला प्रशासन पर सरकारी संपत्ति को अपने निजी संपत्ति बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता के पैसों से स्मार्ट सिटी के तहत मित्तल अस्पताल के सामने जो चौपाटी बनाई गई है उसको किस अधिकारी के कहने पर बंद किया गया है साथ ही लाखों रुपए लगा कर के ऋषि घाटी से नौसर घाटी के बीच में एकमात्र शौचालय बनाया गया था वह भी ताला लगा कर के बंद कर दिया गया है इस रोड पर निकलने वाले हजारों महिलाएं पुरुष बच्चे जो इस शौचालय का लाभ ले सके तो उसे कैसे बंद कर दिया साथ ही रीजनल कॉलेज चौपाटी से रामनगर चौपाटी तक जो भी घूमने आने वाला था उसको इन्होंने बीच में बंद किस अधिकारी के कहने से कर दिया यह इनकी निजी संपत्ति नहीं है जनता की संपत्ति की जनता के काम आने चाहिए इस पर प्रशासन ध्यान दें और जनता को परेशानी से बचाए
