भारत का कण-कण साक्षी है, राम हुए है और कितने प्रमाण दे …

श्री राम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता का तृतीय दिवस

अजमेर 03 अगस्त। राष्ट्रीय कवि संगम अजमेर जिले की श्रीराम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता का तृतीय दिवस पर पाँच प्रतिभागियों ने भाग लेकर भगवान राम पर आधारित कविताओं का वाचन किया। राष्ट्रीय कवि संगम के अजमेर जिला ईकाई के सचिव डॉ. अशोक मिश्रा द्वारा निर्णायकों व प्रतिभागियों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि भगवान राम त्रेता युग से हम सभी के आदर्श है, और वह केवल जपने का ही माध्यम नहीं है उन्हे अपने प्रतिदिन दिनचर्या में अपने व्यवहार, रहन-सहन में स्थापित करने का आदर्श है। समय-समय पर भारत के साहित्याकारो, रचनाकारों व कवियों द्वारा भगवान श्रीराम का यही संदेश जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है, राष्ट्रीय कवि मंच इसी भाव से इस पथ पर अग्रसर है। प्रतियोगिता का प्रारंभ अतिथि कलाकार मुकेश परिहार ने गणेश वंदना व भगवान राम पर आधारित अजमेर के रचनाकार एवं संगीतज्ञ कन्हैयालाल मधुकर की रचना दुरमति दुर्गति दुगुण दूरदिन दूर करेगे राम, भज मन आठों याम प्रस्तुत की।

उपाध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री राम की महिमा, उदारता, शक्ति और शील सौंदर्य का वर्णन कवि, रचनाकार द्वारा लिखित कविताओं को प्रस्तुत करते हुए सर्वप्रथम ओम प्रकाश शर्मा जी द्वारा अजमेर के ही रचना कार गंगाधर जी शर्मा की कविता राम सुग्रीव की मित्रता पर आधारित का वाचन किया, राजेन्द्र प्रसाद माथुर ने इटावा के सुप्रसिद्ध कवि कमलेश शर्मा जी की रचना ‘‘भारत का कण-कण साक्षी है, राम हुए है और कितने प्रमाण दे…,’’ कु. महिमा शर्मा ने ‘‘सारा जग है प्रेरणा, भाव सिर्फ राम है…’’ किशनगढ़ के श्री विक्रम सिंह तंवर ने रामधारी सिंह दिनकर जिसमें भगवान राम के पौरूष का वर्णन व न्याय के लिए युद्ध कितना आवश्यक है की प्रस्तुतियों से आज के कार्यक्रम के वातावरण को राम नाम से गुजायेमान किया।

संस्था के संयोजक लव गोयल ने प्रतिभागियों व निर्णायकों को धन्यवाद देते हुए पूर्व में कवि सम्मेलन सुबह भोर तक होते थे, आज नितांत अभाव सा लगता है, राष्ट्रीय कवि मंच के माध्यम से भगवान श्रीराम का यशोगान व कविता भारत के प्रत्येक घर-घर में गुंजित हो। यही हमारा प्रयत्न है। श्री गोयल ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिभागी और भी परिवारों को इस प्रतियोगिता से जोडे़ एवं साहित्य और धार्मिकता का प्रचार -प्रसार करें।
अध्यक्ष ललित कुमार शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता के निर्णायक सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री गोविन्द जी भारद्धाज एवं डॉ. पूनम पांडे ने सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया एवं ऐसे कार्यक्रम व मंच की आवश्यकता पर बल दिया। प्रतियोगिता के अंत में डॉ. पूनम पांडे ने राम की प्रस्तुति अपने सुरीले कंठ से की। प्रतियोगिता का संचालन महामंत्री नरेन्द्र कुमार भारद्वाज ने सभी निर्णायकगणों व प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए प्रतियोगिता की पूर्ण जानकारी दी व इसका प्रसारण यू-ट्यूब व फेसबुक के ऑन लाईन पॉर्टल पर किया गया।

संयोजक हिम्मत सिंह चौहान ने बताया कि 04 अगस्त को दोपहर 2ः00 बजे से अन्य प्रतिभागियों को जोड़कर ऑन लाईन प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। कविता में रूचि रखने वाले काव्य प्रतियोगिता में अधिक से अपना नाम, आयु, एक पासपोर्ट आकार का नवीन फोटो, घर का पता, मोबाइल और व्हाट्सएप का नम्बर संयोजक 9214435610, 9828067253, 9829083650, 9413719090 को दी जा सकती है। जिसमें किसी भी प्रकार की आयु सीमा का बंधन नहीं है। जिले भर से प्रतिभागी भाग लेने के लिए उत्सुक है। पटेल आदर्श विद्या मंदिर सी.सै. स्कूल, केकड़ी, आदर्श विद्या मंदिर, मदार, वृंदावन पब्लिक स्कूल, एचकेएच पब्लिक स्कूल, माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, सोफिया गर्ल्स, आदर्श विद्या मंदिर, पुष्कर रोड़, व अन्य स्कूलों के विद्यार्थी एवं अध्यापकगण भाग ले रहे है।

श्री चौहान ने सभी प्रतिभागियों से अपनी प्रविष्टि सुनिश्चित कराने का निवेदन किया है। यह प्रतियोगिता जिला, प्रांत व राष्ट्रीय स्तर पर चरणबद्ध प्रतियोगिता में विजेताओं को नगद पुरस्कार दिये जाऐगें व सभी प्रतिभागियों को ऑन लाईन प्रमाण पत्र देने की भी संस्था द्वारा प्रावधान किया गया है

कंवल प्रकाश किशनानी
मो. 9829070059

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