केकड़ी 24 सितंबर (पवन राठी)श्री क्षात्र पुरूषार्थ फाउण्डेशन के द्वारा केकड़ी प्रधान होनहार सिंह राठौड़ से मिलकर इतिहास विकृतिकरण को लेके विरोध दर्ज करवाया। श्री क्षात्र पुरूषार्थ फाउंडेशन के सदस्य देशराज सिंह ने बताया की राजपूत समाज द्वारा विभिन्न स्तरों पर आपत्ति जताने के बावजूद विगत 22 सितंबर को प. उत्तरप्रदेश के दादरी में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में भाजपा के स्थानीय विधायक , सांसद एवम अन्य नेताओं के प्रोत्साहन से महान सम्राट मिहिरभोज की वंसगत पहचान को गुज्जर जाती से जोड़कर विवादित बनाने का समारोह आयोजित किया गया जबकि सभी प्राथमिक ऐतिहासिक श्रोतो के अनुसार वे राजपूतों की प्रतिहार शाखा से थे और वे मध्यकाल में वर्तमान उ. गुजरात, द. राजस्थान, मालवा आदि के कुछ क्षेत्रों को मिलाकर बने गुर्जरा क्षेत्र के शासक थे। विगत लंबे समय से जातिगत तुष्टिकरण की राजनीति के तहत भाजपा एवम इसकी विचारधारा परिवार के संगठनों के प्रोत्साहन से विभिन्न जातियों के शरारती तत्वों द्वारा इतिहास के महान नायकों की जाति एवम वंशगत पहचान बदलने के प्रयास किया जा रहा है ,समाज इस प्रकार के दुष्कर्त्य की घोर निन्दा करता है,
श्री क्षात्र पुरूषार्थ फाउंडेशन के सदस्य भगवान सिंह देवगांव, नरेंद्र सिंह डोराई,विक्रम सिंह नयाबास, प्रधूमन सिंह डोराई आदि उपस्थित रहे।