मेरे निवास पर प्रदर्शन किया गया, वह मुझसे नहीं, शासन-प्रशासन से जुड़ी हुई हैं-देवनानी

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 25 अक्टूबर। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने कहा है कि कुछ कांग्रेसी नेताओं के इशारे पर सोमवार को उनके निवास पर कुछ लोगों ने ऐसे मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया, जो उनसे नहीं, बल्कि सीधे कांग्रेस सरकार और प्रशासन से जुड़े हुए हैं।
देवनानी ने कहा कि अपनी ही पार्टी की सरकार होने के बावजूद जिन कांग्रेसी नेताओं की कोई पूछ नहीं हो रही है और सरकार से कोई तवज्जो नहीं मिल रही है, वही कांग्रेसी नेता छटपटा रहे हैं। ऐसे नेताओं के पास कोई कामकाज नहीं है, इसलिए वे ही अपनी काॅलर ऊंची करने के लिए कतिपय लोगों को उकसा कर प्रदर्शन करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन समस्याओं और मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया गया, दरअसल वह सभी सीधे तौर पर शासन और प्रशासन से जुड़े हुए हैं। जहां तक विधायक होने के नाते अपना दायित्व निभाते हुए इन मसलों और समस्याओं को शासन-प्रशासन के सामने उठाने का सवाल है, तो उन्होंने इसे पुरजोर मजबूती के साथ उठाया है। वे कई बार जिला कलेक्टर से मुलाकात कर उनसे शहर की सभी सड़कों की दशा दीपावली से पहले सुधरवाने के लिए कह चुके हैं। यही नहीं, दिनों-दिन पैर पसारते डेंगू को देखते हुए वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को पत्र भी लिख चुके हैं। इसके अलावा जिला कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी से अजमेर में डेंगू के फैलाव को रोकने और सभी सरकारी अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में दवाइयों का माकूल बंदोबस्त रखने का आग्रह भी कर चुके हैं। यही नहीं, अजमेर की मेयर से दीपावली और डेंगू के फैलाव को देखते हुए समुचित सफाई व्यवस्था कराने के लिए भी कह चुके हैं।
देवनानी ने कहा कि वैसे तो सड़क, नाली, पानी, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर आमजन को हो रही या होने वाली परेशानियों को देखते हुए सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के नेताओं को समुचित पहल करनी चाहिए और शासन-प्रशासन से लगातार संपर्क बनाए रखना चाहिए। फिर भी वे विपक्षी विधायक होने के बावजूद इन सभी समस्याओं और मसलों को लेकर निरंतर प्रशासन से संपर्क बनाए हुए हैं। अफसोस तो इस बात का है कि इतनी पहल करने के बावजूद शासन-प्रशासन ने अजमेर शहर में डेंगू के फैलाव को रोकने के लिए अभी तक ना तो संज्ञान लिया है और ना ही बंदोबस्त करना शुरू किया है। जिस तरह कोरोना का फैलाव होने तक सरकार और प्रशासन सोता रहा, वही स्थिति अब भी बनी हुई है। शासन-प्रशासन की नींद तब खुलेगी, जब कोरोना की तरह डेंगू भी लोगों को जकड़ लेगा।
देवनानी ने कहा है कि यदि कांग्रेसी नेताओं को लोगों से प्रदर्शन करवाने का इतना ही शौक है, तो वे कलेक्ट्रेट पर या जयपुर में मुख्यमंत्री निवास पर प्रदर्शन करवाएं। जनता से जुड़े मसले और समस्याएं उठानी हैं, तो सरकार और प्रशासन के सामने उठाएं। विपक्षी दल के विधायक के निवास पर प्रदर्शन करवाकर कांग्रेसी नेता और कुछ नहीं, केवल अपनी कुंठा दूर कर रहे हैं।

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