विलक्ष्ण प्रतिभाशाली लौह पुरुष सरदार पटेल के जीवन की कुछ प्रेरणादायक अनसुनी घटनायें Part 2

dr. j k garg
जवाहरलाल जनता के आदर्श है और जनता के नेता एवँ नायक हैं | देश के प्रधानमंत्री को मेरी प्रसंशा` की कोई जरूरत ही नही है | वो तो एक खुली किताब है | इसी पत्र में सरदार लिखते है कि ये मेरा सौभाग्य है कि मैं जवाहरलाल को सलाह देता हूं | जवाहरात मेरी हर बात पर अमल करते है | कुछ आदमी मेरे और जवाहरलाल के बीच मतभेद की झूठी खबर फैलाते है..पर हमारा एक दूसरे के प्रति अटूट विश्वास है | सरदार मानते थे कि पद की उनके दिल में कोई अहमियत नहीं है राष्ट्र हित और देश सेवा ही मेरे लिये सर्वोपरि है | सरदारपटेल ने कहा कि मुसलमान भाई अपनी जगह पर रहे, हिन्दू अपनी जगह पर रहें | जो जैसा चाहे अपना मजहब और धर्म को माने और उसका पालन करें | धर्म के नाम पर उनमें कोई झगड़ा मन मुटाव नहीं होना चाहिये | इस मुल्क में रहने वाला हर इन्सान सबसे पहिले वो हिन्दुस्तानी है| यहाँ कोई गेर नहीं है | गांधीजी की हत्याके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को प्रतिबंधित करने का आदेश लोंह पुरुष पटेल ने ही दिया था | आजादी के बाद भारत को एक एकीकृत राष्ट्र के निर्माण में सरदार का अमूल्य योगदान रहा जिसके समूचा देश उनको याद करेगा |

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