जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजमेर कार्यालय में होगा जागरूकता प्रदर्शनी का आयोजन

माननीय राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशानुसार आजादी का अमृत महोत्सव के तहत अखिल भारतवर्षीय जागरूकता एवं आउटरीच अभियान के तहत न्यायिक प्रशासन का 75 वर्ष का इतिहास, न्याय वितरण प्रणाली की उपलब्धियों एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किए गए कार्यों का प्रदर्शन करने हेतु कल दिनांक 12.11.2021 को प्राधिकरण कार्यालय एडीआर सेन्टर अजमेर में प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। प्राधिकरण सचिव श्री रामपाल जाट अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश अजमेर ने बताया कि प्रदर्शनी आयोजन का उद्देश्य आमजन तक न्यायिक इतिहास एवं उपलब्धियों को पहुंचाना है। साथ ही प्रदर्शनी लगाकर प्राधिकरण की कार्यप्रणाली से अवगत कराना है ताकि अधिक से अधिक लोगों तक एवं जरूरतमंदों तक लाभ पहुंच सके एवं कल्याण हो सके। उक्त प्रदर्शनी में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं तालुका विधिक सेवा समितियों द्वारा किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों एंव योजनाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। प्राधिकरण की स्कीमों यथा पीडित प्रतिकर, मध्यस्थता, स्थायी लोक अदालत, राष्ट्रीय लोक अदालत, निशुल्क विधिक सहायता, मोबाईल वैन आदि के बारे में आगन्तुकों को जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही प्राधिकरण द्वारा चलाये जा रहे अभियानों जैसे बाल विवाह रोकथाम अभियान, बेटी बचाओ, बेटी पढाओ, महिला सशक्तिकरण, वरिष्ठ नागरिकों -महिलाओं-बच्चों के कल्याण हेतु किए जा रहे कार्यक्रमों, बालिका शिक्षा आदि के तहत किए जा रहे कार्यो का प्रदर्शन किया जाएगा। उक्त प्रदर्शनी में दुर्लभ पुस्तकें जिनके पृष्ठों के किनारे सुनहरी है उसके अलावा प्रदर्शनी में प्राधिकरण की नई-नई योजनाओं व कार्यप्रणाली का प्रदर्शन भी किया जायेगा । प्रदर्शनी में बार एसोसियेशन, अजमेर के महत्वपूर्ण अधिवक्ता जो कि अजमेर बार एसोसिएशन की शान रहे है उन्हें भी याद किया जायेगा तथा कोविड जैसी महामारी के चलते जिन अधिवक्ताओं का देहान्त हो गया उन्हें भी श्रद्धांजलि अर्पित की जायेगी। अतः सभी अधिवक्तागण, पैरालीगल वॉलेंटियर एवं आमजन से प्रार्थना है कि इस प्रदर्शनी का अवलोकन करने हेतु पधारें।
‘‘महिलाएँ समाज की वास्तविक वास्तुकार होती है‘‘ – रामपाल जाट
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण व राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा महिलाओं के लिए राष्ट्रीय स्तर पर विधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इसी के क्रम में राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजमेर द्वारा आज दिनांक 11.11.2021 को ग्रामीण स्तर गनाहेडा ग्राम पंचायत पुष्कर के आंगनबाडी केन्द्र में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में उपखण्ड अधिकारी पुष्कर श्री सुखाराम पिण्डेल, श्रीमती विमलेश जी सीडीपीओ महिला एवं बाल विकास विभाग, विकास अधिकारी पुष्कर, आंगनबाडी कार्यकर्ता उपस्थित रही। प्राधिकरण सचिव श्री रामपाल जाट अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश अजमेर द्वारा उपस्थित महिलाओं को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राष्ट्रीय महिला आयोग की भूमिका एवं कार्यों से अवगत कराते हुए संविधान में महिलाओं की स्थिति के बारे में बताया और कहा कि आज राष्ट्रीय शिक्षा दिवस है तथा महिलाओं के लिए शिक्षा का महत्व सर्वाधिक है। महिलाएं शिक्षित होगी तभी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहेंगी। रिसोर्स पर्सन के तौर पर सुश्री आशा अग्रवाल ने महिलाओं को जागरूक करते हुए पारिवारिक कानूनों एवं अधिनियम, वैवाहिक कानून, क्षतिपूर्ति, प्रोपर्टी में महिलाओं के अधिकार, दहेज से मृत्यु, एसिड अटैक, अपहरण, घरेलू हिंसा, महिलाओं हेतु श्रम कानून, महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी अधिकारों के बारे में बताया। इस अवसर पर पैरालीगल वॉलेन्टियर दीपक ठाकुर, अशोक कुमावत, वीरेन्द्र सिंह उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस – पढेगा भारत, तभी तो बढेगा भारत
सर्व शिक्षा अभियान

आज दिनांक 11.11.2021 को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के उपलक्ष में सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्राधिकरण सचिव रामपाल जाट द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तबीजी अजमेर में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में सचिव द्वारा बताया गया कि शिक्षा की शक्ति को कभी भी कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का अवसर हम सभी को याद दिलाता है कि हमें कभी किसी बच्चे को शिक्षा से वंचित नहीं रहने देना चाहिए। कोई भी माता पिता या कोई भी शिक्षक अपने बच्चे अथवा विद्यार्थियों को जो सबसे सुंदर और विचारशील उपहार दे सकते है, वह है शिक्षा। अतः बच्चे को शिक्षित करने का कोई मौका नहीं चूकना चाहिए। प्राधिकरण शिक्षा के महत्व पर अत्यधिक बल देता है, खास तौर पर बालिका शिक्षा, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, महिला शिक्षा जैसे अभियानों से आमजन को जागरूक करता रहा है। सचिव ने शिक्षकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जब आप एक बच्चे को शिक्षित करते हैं तो आप न केवल उसका वर्तमान बल्कि उसका सारा जीवन अच्छे के लिए बदल देते हैं। एक उत्तम शिक्षक किसी भी बच्चे का बचपन बिना शिक्षा के कभी बर्बाद नहीं होने दे सकता। हर शिक्षक को प्रत्येक बच्चे को दिल से शिक्षा देनी चाहिए क्योंकि दिल से दी गयी शिक्षा ही समाज में क्रांति ला सकती है। इस अवसर पर प्रधानाचार्य श्रीमती विनीता जैन, लीना गंभीर, आमीन जी, अर्चना पंवार, जितेन्द्र शर्मा एवं पीएलवी नादिरा खान एवं रमेश चन्द माली भी उपस्थित रहे।
सचिव
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण
(अपर जिला एवं सेषन न्यायाधीष)
अजमेर

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