अजमेर, जी डी बढ़ाया हॉस्पिटल में 40 वर्षीय मरीज का इलिजारोव तकनीक द्वारा पैर की हड्डी का ऑपरेशन किया गया। हॉस्पिटल के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ प्रदीप कुमार कुमावत द्वारा ओप्रशन कर मरीज को शीघ्र राहत देते हुए ओप्रशन के अगले दिन ही चलने लायक कर दिया। रूपनगढ़ के इस मरीज का बाइक से एक्सीडेंट हो गया था जिससे मरीज के हाथ और पैरों में गंभीर चोटें आई थी। डॉ प्रदीप कुमावत के अनुसार मरीज के पाँव की हड्डी की गंभीर आंतरिक चोटों के कारण हड्डी को जोड़ने के लिए इलिजारोव तकनीक का प्रयोग किया गया। डॉ कुमावत ने बताया कि इस तकनीक से पीड़ित व्यक्ति की टूटी हुई हड्डियों के बाद भी उसे चलने लायक स्थिति में लाया जा सकता है। जब टूटी हुई हड्डियों को किसी अन्य तकनीक से नहीं जोड़ा जा सके उस स्थिति में इस विशेष इलिजारोव विधि का प्रयोग किया जाता है। इस तकनीक में महज कुछ तारों एवं रिंग को टूटी हुई हड्डियों में लगाने के बाद न सिर्फ मरीज अगले दिन से ही चलने लगता है बल्कि उसकी टूटी हड्डियों में संक्रमण, जन्मजात टेढ़ी-मेढ़ी हड्डियों का इलाज, फैक्चर के बाद हड्डियों का छोटा होने जैसी समस्याओं से भी कुछ ही दिनों में आराम मिल जाता है और हड्डी को ठीक किया जा सकता है। डॉ कुमावत ने इस तीन घंटे चले ओप्रशन में सहयोगी रहे निश्चेतन विशेषज्ञ डॉ. आनंद , ओ टी स्टाफ गौरव, सुमित और चेनाराम का ओप्रशन के सफल होने पर धन्यवाद दिया। मरीज और उनके परिजन ओप्रशन के अगले ही दिन मरीज को अपने पाँव पर खड़ा देख बहूत खुश हुए तथा उन्होंने डॉ. कुमावत, उनकी पूरी टीम और जी डी बढ़ाया हॉस्पिटल को बार बार धन्यवाद दिया गया। हॉस्पिटल अधीक्षक के अनुसार जी डी बढ़ाया हॉस्पिटल में मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना और आर जी एच एस के तहत निःशुल्क चिकित्सा और ओप्रशन सुविधा मौजूद है।