राज्य का बजट महज घोषणाओं का थोथा पुलिंदा: देवनानी

-बजट की बंपर घोषणाएं केवल आंकडों का भ्रमजाल।
-इन घोषणाओं का वही हश्र होगा जो 10 दिन में किसानों का सम्पूर्ण कर्ज माफी करने की घोषणा का हुआ।
-घोषणाओं पर पूरा फोकस, क्रियान्विति का मैप बताना भूले।
-संविधाकर्मियों को नियमित करने पर बजट और मुख्यमंत्री दोनों ‘मौन’

प्रो. वासुदेव देवनानी
जयपुर, 23 फरवरी।
राजस्थान विधानसभा में बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा रखे गए आम बजट पर भाजपा नेता, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं वर्तमान अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। देवनानी ने कहा कि राज्य का आम बजट महज घोषणाओं का थोथा पुलिंदा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले 4 साल से बजट में बंपर घोषणाएं कर प्रदेशवासियों को केवल आंकडों के भ्रमजाल में फंसा रहे हैं। आज का आम बजट भी धरातल से कोसों दूर है।
देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने बजट में लोकलुभावन घोषणाएं तो की है परंतु इन घोषणाओं का भी वहीं होगा जैसे पिछले 3 बार की बजट की घोषणाओं के साथ हुआ है। पिछले 3 बजट में की गई बंपर घोषणाओं में से अभी तक ‘अठन्नी’ से अधिक अधूरी है। करीब 60 प्रतिशत घोषणाएं आज भी धरातल पर उतरने को इंतजार में हैं। 10 दिन में किसानों का सम्पूर्ण कर्ज माफी करने की घोषणा का जो हश्र हुआ वो ही हश्र आज के बजट की घोषणाओं का होने वाला है।
उन्होंने कहा कि कर्ज में डूबा राजस्थान और कर्ज ले लेकर घोषणाएं कर रहा है। मुख्यमंत्री गहलोत कर्ज की नौका को कब तक डूबने से बचाते रहेंगे, एक न एक दिन इस नौका को डूबना ही है। राज्य दिवालिया की ओर अग्रसर है। राजस्थान के उपर 5 लाख करोड से अधिक कर्ज हो जाएगा। बराबर कर्ज तो लिया जा रहा है लेकिन उसको कैसे चुकाया जाएगा इसका कोई जिक्र बजट में नहीं किया गया है। कर्ज लेकर बंपर घोषणाओं करने का दुष्प्रभाव प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर निश्चित ही पडेगा।
देवनानी ने कहा कि संविधाकर्मियों को नियमित करने को लेकर मुख्यमंत्री और आम बजट दोनों ही ‘मौन’ रहे। विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस की ओर से सत्ता में आते ही संविधाकर्मियों को नियमित करने का वादा किया था लेकिन सरकार के सवा 3 साल गुजर जाने के बाद भी हालात वैसे ही बने हुए है। संविधाकर्मी नियमित होने की आस में है लेकिन बजट में इसको लेकर कोई घोषणा नहीं से स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस की कथनी और करनी में कितना अंतर है।
बंपर घोषणाओं की क्रियान्विति पर बोलते हुए देवनानी ने कहा कि सरकार ने जनता को लुभाने के लिए एक से बढकर एक बंपर और लुभावनी घोषणाएं तो कर दी लेकिन इनकी क्रियान्विति कैसे होगी इसको लेकर कोई जिक्र नहीं हुआ। सरकार का बंपर घोषणाओं पर तो फोकस रहा लेकिन इनकी क्रियान्विति का मैप क्या होगा यह बताना भूल गए। इन सबको देखते यह कहने में अतिशयोक्ति नहीं होनी चाहिए कि यह आम बजट ‘नीति का नहीं राजनीति’ का बजट है।
झूठ बोलते हैं गहलोत
भाजपा नेता देवनानी ने बताया कि प्रदेश के युवाओं को नौकरी देने को लेकर मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं कि। मुख्यमंत्री ने बजट के दौरान कहा कि उन्होंने 1 लाख नौकरियां दी है जबकि कांग्रेस सरकार द्वारा दी गई नियुक्तियां गत भाजपा सरकार के समय की है। 1 लाख 80 हजार की गत 3 बजटों में की घोषणा आज तक पूरा नहीं कर पाई है।

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