अजमेर को लेकर की गई घोषणाएं ‘उंट के मूंह में जीरा’

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर उत्तर विधायक देवनानी ने कहा कि अजमेर को लेकर की गई घोषणाएं ‘उंट के मूंह में जीरा’ वाली कहावत चरितार्थ कर रही है। आम बजट से अजमेर को निराशा ही मिली है। मुख्यमंत्री की ओर से केकडी को ही अजमेर समझ लिया गया। उन्होंने केवल केकडी को प्राथमिकता दी, जबकि शेष अजमेर जिले की अनदेखी की गई।
ढाई सौ करोड. में कैसे बनेगी स्मार्टसिटी?
उन्होंने कहा कि बजट में आगामी 2 सालों में भीलवाडा सहित प्रदेश के छह शहरों को स्मार्टसिटी बनाने की घोषणा की है जबकि इसके लिए बजट महज 1500 करोड प्रस्तावित किया गया। 250 करोड में एक शहर को स्मार्टसिटी के रूप में विकसित करने का काम केवल जादू से ही संभव है। स्मार्टसिटी बनाने की यह घोषणा व्यवहारिक कम जादू ज्यादा लग रही है।
कृषि बजट यानी ‘‘खोदा पहाड निकली चूहिया’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से प्रथम कृषि बजट का होहल्ला तो खूब किया गया। मुख्यमंत्री ने आज कृषि बजट पढा लेकिन यह ‘खोदा पहाड निकली चुहिया’ साबित हुआ। बजट से पूर्व किसानों को राहत देने के नाम पर कांग्रेस और उसके नेताओं की ओर से खूब ‘थान’ फाडे गए लेकिन जब देने की बारी आई तो पीछे हट गए। कांग्रेस की ओर से आजादी से अब तक किसानों के साथ छलावा किया जाता रहा है और कृषि बजट की स्थिति से स्पष्ट हो गया है कि यह कांग्रेस का अभियान आगे भी जारी रहेगा।

error: Content is protected !!