योग षरीर और मन को सम्भालने की विद्या है …आचार्य सोमदेव आर्य
दिनांक 09 अप्रेल 2022, चाचियावास, अजमेर, राजस्थान महिला कल्याण मण्डल द्वारा संचालित सागर कॉलेज मे एक वर्शीय पी.जी योगा थेरेपी डिप्लोमा कोर्स का षुभारम्भ किया मुख्य अतिथि आचार्य सोमदेव आर्य (स्वामी आत्मानंद वेदिक गुरूकुल, सवाईमाधोपुर) विषिश्ट अतिथि विष्वास पारिक, राकेष कुमार कौषिक, क्षमा आर. कौषिक, अनुराग सक्सेना, डॉ. भगवान सहाय षर्मा आदि द्वारा रिबन काटकर व दीप प्रज्वलित कर किया । श्री कौषिक ने जानकारी देते हुए बताया कि योगा थेरेपी कोर्स के माध्यम से योग के प्रति लोगों मे जागरूकता आयेगी और योग वर्तमान समय की मांग भी है जो लोगों को स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित करता है जिससे मन व विचारों मे षुद्धता आती है। योग मे डिप्लोमा करने के बाद विभिन्न संस्थानों मे योगाथेरेपिस्ट के रूप मे सेवायें दे सकेंगे।
मुख्य अतिथि श्री आचार्य ने उद्बोद्धन के दौरान बताया कि योग षरीर और मन को स्वस्थ रहने का तरीका बताता है मानव को दूसरों के गुणों को अधिक देखना चाहिए जब कोई दूसरों की निन्दा करे तो मानव को मौन धारण करना चाहिए जिससे नकारात्मक विचारों का मस्तिश्क मे प्रवेष नही होगा योग परिवार और समाज मे संतुलन बनाने का कार्य करता है प्राणी को दैनिक जीवन मे निरन्तर योग करना चाहिए जिससे स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके । कार्यक्रम मे मीनू स्कूल व सागर कॉलेज के विद्यार्थियों ने भाग लिया व योग की प्रेरणा ली । इस अवसर पर सभी प्रषिक्षणार्थियों को योगा मेट भेंट किये गये । कार्यक्रम मे ईष्वर षर्मा, भंवर ंिसंह गौड (योगा थेरेपिस्ट) विक्रान्त बोयत,राजविन्दर कौर, डॉ. ज्योति यादव, मंजू षर्मा, बरखा गहलोत, सीमा तिवारी, मंजुला कंवर आदि उपस्थित थे ।
