-यातायात सलाहकार समिति की बैठक में बिना तैयारी के आए और बिना सोचे-समझे बोलने वाले अधिकारियों को देवनानी ने सुनाई खरी-खरी
-नगर निगम अधिकारियों ने होशियारी बताते हुए रामप्रसाद घाट के सामने खाली जमीन पर प्राइवेट बस स्टैंड बना दिया जाना तक बता डाला
हुआ यूं कि सोमवार को कलेक्टर अंशदीप की अध्यक्षता में कलेक्टेªट में यातायात सलाहकार समिति की बैठक में जब शहर की बिगड़ी यातायात व्यवस्था में सुधार पर चर्चा चल रही थी, तब नगर निगम की उपायुक्त सीता वर्मा और राजस्व अधिकारी पवन मीणा ने बिना सोचे-समझे गलतबयानी कर दी। उन्होंने कहा कि शहर में अंडरग्राउंड पार्किंग का निर्माण कराया जा रहा है। इतना कहते ही देवनानी ने उन्हें हाथों-हाथ लपकते हुए पूछा कि किस जगह यह पार्किंग बनाई जा रही है, मेरे साथ चलिए और मुझे दिखाइए। पर श्रीमती वर्मा और मीणा बगले झांकने लगे और उनके चेहरों की हवाइयां उड़ गईं। इसी प्रकार इन दोनों अधिकारियों ने आनासागर के रामप्रसाद घाट के सामने घाटी वाले बालाजी के सामने खाली जमीन पर प्राइवेट बस स्टैंड बनाया गया है। यह बात भी उनकी गलतबयानी थी, क्योंकि यह जमीन निजी संपत्ति है। वैसे भी वहां कोई प्राइवेट बस स्टैंड नहीं बनाया गया है। मीणा के साथ-साथ यातायात पुलिस के उप निरीक्षक भी यह गलतबयानी की कि शहर में साइकिल रिक्शा और ई-रिक्शा के लिए स्टैंड बनाए गए हैं। जब इन स्टैंडों के स्थानों के बारे में देवनानी ने जानकारी मांगी, तो यह दोनों अधिकारी भी एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे।
इसी प्रकार यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए देवनानी ने यातायात पुलिस के उप अधीक्षक और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी से सवाल पूछे, तो दोनों ही कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इस पर देवनानी ने कलेक्टर से इन दोनों अधिकारियों के साथ-साथ नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने तथा अगली बैठक में पूरी तैयारी के साथ आने के लिए पाबंद करने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि आज की बैठक में जो भी निर्णय हुए हैं, उन पर अमल अगली बैठक से पहले हो, यह भी सुनिश्चित किया जाए।
अधिकारियों में नहीं है तालमेल
देवनानी ने कहा कि यातायात पुलिस, परिवहन विभाग, नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण और अन्य सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों तालमेल का अभाव है, जिसका खामियाजा जनता भुगत रही है। अजमेर में परमिट वाहनों से कई ज्यादा संख्या में बिना परमिट वाले टेम्पो और आॅटो रिक्शा चल रहे हैं। किशनगढ़, नसीराबाद, पुष्कर आदि क्षेत्रों में रजिस्टर्ड वाहन वहां चलने की बजाय अजमेर में चल रहे हैं, जिससे भी यातायात व्यवस्था बिगड़ी हुई है। इसलिए उन सभी वाहनों को अजमेर से बाहर से भेजा जाए, जिनका अजमेर के लिए परमिट नहीं है।
शहर के चारों मार्गों के प्रवेश द्वार पर बनें बस स्टैंड
देवनानी ने कहा कि शहर के चारों मार्गों के प्रवेश द्वारों पर ही प्राइवेट बस स्टैंड बनाए जाने चाहिए, ताकि उस मार्ग से आने वाली प्राइवेट बसें वहीं रूक जाएं और यात्री वहां से टेम्पो या आॅटो रिक्शा से शहर में आ जाएं। उन्होंने कहा कि नौसर घाटी पर करोड़ों रूपए की लागत से बना प्राइवेट बस स्टैंड धूल चाट रहा है। जिससे करोडो की लागत से बने बस स्टेण्ड का कोई उपयोग नही हो पा रहा है । यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की लापरवाही के कारण प्राइवेट बसें शहर के अंदर आ जाती हैं। यह बसें सावित्री स्कूल चैराहा, जवाहर रंगमंच, आनासागर सरक्यूलर रोड, शास्त्री नगर, गौरव पथ पर जी माॅल के पास चैपाटी के नजदीक, कलेक्टेªट आदि जगहों पर अनाधिकृत रूप से खड़ी रहती हैं, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था बिगड़ी हुई है। देवनानी ने कहा कि उन्होंने नौसर बस स्टैंड का मामला विधानसभा में उठाया था, लेकिन लापरवाह अधिकारियों की सेहत पर अभी तक कोई फर्क नहीं पड़ा है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार मेरवाड़ा एस्टेट के नीचे से लेकर बारादरी तक बड़ी संख्या में ई-रिक्शा, आॅटो रिक्शा, तांगे आदि खड़े रहते हैं, जिससे कई बार यातायात जाम की स्थिति बन जाती है। उन्होंने कहा कि इस समस्या का समाधान करने के लिए शाम के समय सुभाष उद्यान व बारादरी घूमने के लिए आने वालों को बजरंग के नीचे वाले गेट से प्रवेश दिया जाना चाहिए।
फाॅयसागर से जनाना तक बने नया रूट
देवनानी ने कहा कि फाॅयसागर से कोटड़ा, रीजनल काॅलेज तिराहा, वैशाली नगर, पंचशील होते हुए राजकीय जनाना अस्पताल तक नगरीय वाहनों के लिए नया रूट बनाया जाए। अभी इस रूट पर कोई भी नगरीय वाहन नहीं चलने के कारण लोगों को जनाना अस्पताल जाने-आने में काफी परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी तिराहे, जवाहर रंगमंच तिराहा और परबतपुरा चैराहा पर यातायात पुलिस की स्थाई चैकी बनाई जाए। शहरभर में वांछित स्थानों पर पार्किंग स्पाॅट बनाए जाएं। सभी मुख्य चैराहों पर टैªफिक लाइट लगवाने के साथ जैबरा व क्राॅस लाइनें भी बनवाई जाएं। उन्होंने कहा कि केसरगंज स्थित पुराने ट्रांसपोर्ट नगर से कुछ व्यवसायी तबीजी स्थित नए ट्रांसपोर्ट नगर में शिफ्ट हो गए हैं, इसलिए बाकी बचे हुए व्यवसायियों को जल्द शिफ्ट कराने की कार्यवाही की जाए।