अजमेर ! राज्यसभा सदस्य सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि युवा पीढ़ी में वेदों के प्रति जागरूकता अति आवश्यक है। पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण करने से युवा पीढ़ी में नैतिकता का हनन हो रहा है।
सांसद जयंत चौधरी आज महर्षि दयानंद निर्वाण न्यास स्मारक द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सामवेद पारायण यज्ञ के समापन समारोह में मुख्य अतिथि की हैसियत से बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि कुछ सवाल मेरे मन में कई बार आते हैं कि यह संसार कैसे बना? मैं कौन हूँ? इस संसार में मेरे होने का कोई अर्थ भी है? क्या मेरे जीवन का कोई उद्देश्य है? एक दिन मैं मर जाऊँगा, आखिर सभी मरते हैं। लेकिन यह मृत्यु क्यों आती है? कहाँ से आती है? और मनुष्य मरने के बाद कहाँ जाता है? क्या ऊपर आसमान में कोई ईश्वर रहता है, जो भाग्य की अदृश्य डोर से बाँध हमें कठपुतलियों की तरह नचाता है? उस ईश्वर का क्या रूप है? क्या उसे कभी देखा, पाया या जाना जा सकता है?
सांसद चौधरी ने कहा कि इस तरह के प्रश्न आपके मन में भी उठते हैं, क्योंकि हज़ारों साल पहले इसी तरह के प्रश्न हमारे पूर्वजों के मन में भी उठे थे। बरसों तक मनन और मंथन के बाद, उन्होंने जो उत्तर पाए, उनका महत्व अब तक बना हुआ है। वेद-उपनिषद और पुराणों के रूप में संचित वही ज्ञान आज भी हमारे प्रश्नों का समाधान करता है।
इस अवसर पर समारोह की अध्यक्षता करते हुए एडवोकेट जसराज जयपाल ने कहा कि युवा पीढ़ी को सनातन धर्म की परंपराओं को निभाना चाहिए एवं सत्संग वैदिक सत्संग संत महात्माओं के उपदेशों का आत्मसात करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वैदिक युग के आर्यों की संस्कृति और सभ्यता को जानने का वेद ही तो एकमात्र साधन है। मानव-जाति और विशेषतः वैदिकों ने अपने शैशव में धर्म और समाज का किस प्रकार विकास किया इसका ज्ञान केवल वेदों से मिलता है। विश्व के वाङ्मय में इनको प्राचीनतम ग्रन्थ (पुस्तक) माना जाता है।
सामवेद पारायण यज्ञ के समापन समारोह के अवसर पर आयोजित पूर्णाहुती कार्यक्रम में संस्था के कार्यकारी प्रधान डॉ श्री गोपाल बाहेती ने राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी पूर्व मंत्री एडवोकेट जसराज जयपाल एवं कृष्ण जी सारण का माल्यार्पण कर दुपट्टा पहनाकर एवं आर्य समाज की पुस्तकें भेंट कर अभिनंदन किया।
डॉ बाहेती ने राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी से संसद के सेंट्रल हॉल में महर्षि दयानंद सरस्वती की तस्वीर लगवाने एवं गुजरात के टंकरा एवं अजमेर में महर्षि दयानंद सरस्वती का भव्य स्मारक बनाने का आग्रह किया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि सांसद जयंत चौधरी ने राजेंद्र गोयल मुन्ना लाल अग्रवाल शिव कुमार बन्सल वैद्य बाल स्वरूप गर्ग प्रेम प्रकाश बंसल प्रेम मालू अनिल अग्रवाल मोहन बूब जगदीश शर्मा कृष्ण अवतार भंसाली प्रमोद लाहोटी हेमन्त सोनी मुकेश बंसल शिवरतन शरण गिरधारी लाल अग्रवाल मुकेश माहेश्वरी आर्य समाज कड़ेल रामकरण लहोटी अशोक सोनी अरविंद शर्मा घनश्याम सिंह सुरेंद्र बंसल शोभा जादम मोहन सिंह रावत अशोक पंसारी राहुल आर्य को आर्य समाज का प्रचार प्रसार करने पर माल्यार्पण कर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
संस्था के मंत्री सोमरत्न आर्य ने बताया कि सामवेद पारायण यज्ञ के तीसरे दिन प्रातः योग शिविर निशुल्क चिकित्सा एवं परामर्श शिविर एवं पूर्णाहुति कार्यक्रम आयोजित किया गया !पूर्णाहुति के बाद महा प्रसादी का आयोजन किया गया। सामवेद पारायण जब यज्ञ में सभी धर्म जाति संप्रदाय के लोगों ने पूर्णाहुति देकर सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की।
इस अवसर पर पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के स्वामी यज्ञ देव स्वामी विप्र देव पूर्व विधायक राम नारायण गुर्जर सौरभ बाजाड शिक्षक नेता उमेश शर्मा मेहराज खान सुमित मित्तल नवल किशोर शर्मा मनीष चौरसिया गोविंद शर्मा जयकिशन परवानी चेतन पाँवार,अजीत चौहान, जितेन्द्र चौधरी, हनुमान शर्मा,नेमीचंद तम्बोली,चांडक जी, गगन जागेश्वरजी निर्मल स्वतंत्र आनंद शास्त्री जयदेव आर्य भजनोपदेशक भूपेन्द्र जी,गुरुकुल ऋषि उद्यान के आचार्य एवं विद्यार्थी, दयानन्द बाल सदन, आर्यसमाज अजमेर,आर्यसमाज आदर्श नगर, आर्यसमाज क़ड़ैल,आर्यसमाज नयाबाज़ार पुरानी मंडी के पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में धर्मावलंबी उपस्थित थे।
राज्यसभा सांसद श्री जयंत चौधरी का अजमेर आगमन पर जवाहर फाउंडेशन के प्रभारी राजेंद्र गोयल एवं शिव कुमार बंसल ने माल्यार्पण कर दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया !
देश में खौफ चल रहा है – चौधरी
अजमेर ! राज्यसभा सदस्य सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि देश में खौफ चल रहा है और केंद्र की मोदी सरकार का अग्निपथ का निर्णय विवेक पूर्ण एवं नीतिगत नहीं है। सांसद चौधरी आज अजमेर प्रवास के दौरान पत्रकारों से भिनाय कोठी में औपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सेना में ठेके पर भर्ती केंद्र सरकार का दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है। अगर यह परंपरा जारी रही तो भविष्य में शिक्षा ठेके पर, पुलिस ठेके पर ,चिकित्सा कर्मी ठेके पर लगाए जाएंगे। जिसके भविष्य में परिणाम घातक होंगे !
उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार सत्ता के नशे में चूर होकर तानाशाही कर रही है जो कि गलत है।
उन्होंने कहा कि सेना में ठेके पर भर्ती, प्रशिक्षण एवं सेवानिवृत के बाद युवा वर्ग को कोई रोजगार नहीं मिलेगा तब समाज में उसका दुष्परिणाम देखने को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि युवाओं का भविष्य अगर सुरक्षित नहीं होगा तो वह जिम्मेवारी से कार्य नहीं करेगा मोदी सरकार को वेतन भत्ते एवं पेंशन की चिंता किए बगैर पुरानी परंपराओं को नियमित करना चाहिए अगर भविष्य सुरक्षित होगा तो कार्मिक अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वाहन भली-भांति कर सकेगा।