अजमेर, 2 सितम्बर, 2022 / पर्ववाधिराज पर्युषण पर्व के आर्जव धर्म दिवस पर शुक्रवार को सर्वोदय कॉलोनी स्थित श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन जिनालय में अष्ट प्रातिहार्यों की स्थापना हुई। प्रातिहार्यो की स्थापना की घोषणा मार्च, 2022 में की गई। तत्पश्चात् इन्हें चॉंदी में बनवाकर भाद्रपद की सप्तमी यानी उत्तम आर्जव दिवस पर वेदी में विधि विधान व मंत्रोच्चारण के साथ स्थापित किया गया। प्रातिहार्यो की स्थापना में सुगनचंद अशोककुमार सुरलाया, कमल कासलीवाल, महेश सुयोग गंगवाल, मुकेश दिनेश पाटनी, सत्यनारायण सोगानी, सुभाष गंगवाल, छीतरमल विनय गदिया, मंगलचंद अनिल पाटनी, पारस पाटनी, ताराचंद सेठी, एस के पाटोदी, सुशील दोषी, पुनित विनिता लुहाड़िया, विनय पाटनी आदि परिवारों का सहयोग रहा। मंत्रोच्चारण धनकुमार लुहाड़िया ने किया।
शास्त्रों के अनुसार केवलज्ञान की प्राप्ति के बाद चारों निकाय के देव उनकी सेवा में निरन्तर आते रहते हैं। देशना के समय सुवर्णरजत एवं मणिरत्न से युक्त तीन पीठिकावाले समवशरण में अष्ट महाप्रातिहार्य होते हैं, जो कैवल्योत्पत्ति के बाद सतत साथ रहते हैं। ये प्रातिहार्य तीर्थंकर परमात्मा के महिमाबोधक चिन्ह के रूप में माने जाते हैं। अष्ट प्रातिहार्य हैं – अशोक वृक्ष, सिंहासन, भामंडल, तीन छत्र, चमर, सुयरपुष्पवृष्टि, दुन्दुभि, दिव्यध्वनि।
प्रातिहार्यो की स्थापना से पूर्व मूलनायक भगवान 1008 श्री शांतिनाथ भगवान के प्रथम कलश के पुण्यार्जक श्राविका शांतिदेवी, विनय निशा पाटनी परिवार रहा। दसलक्षण धर्म के तीसरे दिन उत्तम आर्जव (सरलता) धर्म के विधान की पूजा की गई व सुपार्श्वनाथ भगवान के गर्भ कल्याणक के विशेष अर्घ्य चढ़ाऐ गऐ। इस अवसर पर सुभाष पाटनी, अशोक गोधा, सुभाष बड़जात्या, सुभाष गंगवाल, अनिल गंगवाल, दीपक पाटनी, विनोद जैन, नवीन पाटनी, अशोक बाकलीवाल, मनीष पाटनी आदि भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिनालय समिति के मंत्री विनय गदिया ने किया।
(अनिल कुमार जैन)
श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन जिनालय,
सर्वोदय कॉलोनी, पुलिस लाइन,
अजमेर
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