मन वचन काय से एक होना उत्तम आर्जव धर्म है-शास्त्री

केकड़ी 2 सितंबर (पवन राठी)बोहरा कॉलोनी स्थित नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में पंडित कमल कुमार शास्त्री सांगानेर ने शास्त्र सभा के दौरान धर्म सभा में कहा कि
जो मन में है उसे वाणी, व्यवहार में उतारना मन वचन काय से एक होना उत्तम आर्जव धर्म है । भीतर कुछ ओर होता है बाहर कुछ ओर दिखता है ,उससे जीवन में दोहरापन दिखाई देता है, यही मायाचारी ओर कुटिलता है, इसका अभाव ही आर्जव धर्म है। बोहरा कॉलोनी स्थित नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में पंडित कमल कुमार शास्त्री सांगानेर ने शास्त्र सभा के दौरान धर्म सभा में कहे ।
इससे पूर्व प्रातः जिनाभिषेक, शांति धारा एवं नित्य पूजन व दसलक्षण महामंडल विधान तथा तीस चौबीसी महामंडल विधान के अर्घ विधानाचार्य के निर्देशन व सुमधुर संगीत के साथ समर्पित किए गए । शाम को आरती ,भक्ति संगीत, शास्त्र सभा एवं प्रश्नोत्तरी के साथ महिला मंडल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
संयोजिका चंद्रकला जैन ने बताया कि शुभकामना परिवार के बाहुबली ग्रुप द्वारा धर्म का खजाना प्रतियोगिता आयोजित की गई व विजेताओं को पुरस्कृत किया गया । बाहुबली ग्रुप की अध्यक्षा मंजू जैन बघेरा ने कार्यक्रम का संचालन किया।
*श्रीआदिनाथ जैन मंदिर*
घंटाघर स्थित श्री आदिनाथ जैन मंदिर में आचार्य वैराग्य नंदी जी महाराज की संघस्थ दीपा दीदी एवं रेशु दीदी के निर्देशन एवं पंडित अंकित जैन शास्त्री द्वारा त्रैलोक्य महामंडल विधान के श्रीफल सहित अर्घ समर्पित किये गए । शास्त्र सभा में रिशु दीदी का ओजस्वी पूर्ण प्रवचन हुआ, उन्होंने कहा कि कुटिलता मायाचारी और कपट पूर्ण व्यवहार से बचने का प्रयत्न करें ,सरलता और सदाचार को अपने जीवन में आदर्श बनाकर चलें तभी आत्मा का कल्याण हो सकेगा । शाम को आरती ,भक्ति संगीत एवं प्रश्नोत्तरी का कार्यक्रम हुआ ।श्री आदिनाथ की बहू मंडल द्वारा जिनवाणी जीनियस का कार्यक्रम आयोजित किया गया ।

error: Content is protected !!