अजमेर/3 सितम्बर, 2022 / पर्युषण के चौथे दिन शनिवार को शांतिनाथ जिनालय सर्वोदय कॉलोनी में शौच धर्म की विशेष पूजा हुई। शौच धर्म प्रकर्ष प्राप्त लोभ की निर्वृत्ति को उत्तम शौच – धर्म बताया है। साधारण शब्दों में निर्लोभता ही शौच – धर्म है। शुचिता का भाव शौच धर्म है। इसका अर्थ पवित्रता , स्वच्छता , शुद्ध होना , स्वच्छ होना , निर्मल होना और लोभ रहित होना भी है। दोहे में कहुँ तो – गोधन गजधन बाज धन और रतन धन धान। जब आवे सन्तोष धन सब धन धूलि समान।
इससे पूर्व मूलनायक भगवान श्री शांतिनाथ भगवान के कलश व शांतिधारा की गई, जिसके मुख्य पुण्यार्जक नवीन, नीलिमा, निमेष, सिंपल, ऋत्विका, विहान पाटनी परिवार रहा। लेख है कि नवीन जी की बेटी ऋत्विका ने तीन उपवास (तेला) किये हैं। कॉलोनी से तेला करने वालों में अशोक सुरलाया, अनामिका सुरलाया, संगीता पाटनी, मंजू छाबड़ा आदि भी हैं। शांतिधारा के अन्य पुण्यार्जक सत्यनारायण सौगानी व रूपादेवी बाकलीवाल परिवार रहा।
जिनालय समिति के मंत्री विनय गदिया ने बताया कि दसलक्षण पर्व जिनालय में बड़े भक्तिभाव से मनाया जा रहा है। सवेरे पाँच बजे से ही कार्यक्रम आरंभ हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि पूछारा सामग्री धोने व अन्य व्यवस्थाओं के लिए सुभाष गंगवाल, दिनेश पाटनी, सुगनचंद सुरलाया, दीपक पाटनी, धनकुमार लुहाड़िया, अनिल गंगवाल, ताराचंद सेठी आदि सक्रिय भागीदारी निभाते हैं। संगीतमयी पूजा कराने में सुभाष पाटनी, कमल कासलीवाल आदि का विशेष सहयोग रहता है। पीले वस्त्रों में चंवरों के संग भक्तिभाव से माहौल देखते ही बनता है।
उन्होंने बताया कि आज जिनाभिषेक के बाद पंचपरमेष्ठी पूजा, देव शास्त्र गुरु पूजा, सोलहकारण पूजा, दसलक्षण पूजा आदि हुए। इस अवसर पर अशोक गोधा, विवेक पाटनी, अरविंद छाबड़ा, माणक गंगवाल, मनीष पाटनी, नरेंद्र दोषी, सौरभ सुरलाया, पारस पाटनी, अमन जैन, अनिल पाटनी सहित सभी कॉलोनी वासी उपस्थित थे।
(अनिल कुमार जैन)
श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन जिनालय,
सर्वोदय कॉलोनी, पुलिस लाइन,
अजमेर
फोन -98292152342
