आज राजकीय विधि महाविद्यालय अजमेर के एबीवीपी अध्यक्ष पद प्रत्याशी राजेंद्र कालस के नेतृत्व में दयानंद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ लक्ष्मीकांत को तीन सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन दिया।
एबीवीपी अध्यक्ष प्रत्याशी राजेंद्र कालस ने बताया कि राजकीय विधि महाविद्यालय अजमेर के विधि स्नातक की परीक्षाओं का सेंटर दयानंद महाविद्यालय अजमेर मे आया है जिसमें विद्यार्थियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। एबीवीपी ने प्राचार्य को तीन सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। पहला सीटिंग अरेंजमेंट को सही करवाने और सुविधानुसार टेबल कुर्सी रखवाने दूसरा जो विधि महाविद्यालय के परीक्षार्थी है उनकी निशुल्क पार्किंग की व्यवस्था करने तीसरा बीमार छात्रा के वाहन को परिसर में परीक्षा के कक्ष तक प्रवेश की अनुमति देने की मांगों को लेकर आज एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए नारेबाजी करते हुए प्राचार्य कक्ष पहुंचकर अपनी मांगों को प्राचार्य के समक्ष रखा और प्राचार्य ने सभी मांगों को पूर्ण करने का मौखिक आश्वासन दिया यदि मांगे सोमवार तक पूर्ण नहीं की जाती है तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता और सभी विद्यार्थी महाविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध उग्र प्रदर्शन करेंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी महाविद्यालय प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर प्रांत कार्यकारिणी सदस्य कृष्णा सेन, उपाध्यक्ष पद प्रत्याशी मोहन यादव, महासचिव पद प्रत्याशी जयेश चौरसिया, रानी कंडारा, दिलीप चौहान, रामदेव प्रजापत, करतार चौधरी, किशोर कुमावत, राजकुमार कुमावत, राहुल जोधा, नीलेश साहू, आरती जोड़, विक्रम सिंह, अनीता, विश्वराज, श्रेय दाधीच, अब्दुल, खुशबू, भावना, चंचल, विकास, तरुण आदि कार्यकर्ता और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
इससे पूर्व परीक्षा कक्ष मे एक विद्यार्थी को बैठने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था तो एबीवीपी अध्यक्ष पद प्रत्याशी राजेंद्र कालस ने उसके लिए कुर्सी की व्यवस्था करवाई सभी विद्यार्थियों ने अगली परीक्षा में व्यवस्था सही करने की मांग रखी। परीक्षा समाप्त होने के पश्चात राजेंद्र कालस व एबीवीपी कार्यकर्ता पार्किंग में पहुंचकर सभी विधि के परीक्षार्थियों के वाहन को निशुल्क निकलवाने लगे। जिस पर पार्किंग में उपस्थित कर्मचारी और शिक्षकों से कहासुनी हो गई। इस पर सभी विद्यार्थी सहित एबीवीपी कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे और प्राचार्य के समक्ष अपनी मांगे रखी इसके पश्चात सभी वाहन बिना पार्किंग शुल्क के निकाले गए।
