जय जय राजस्थान साहित्यिक संस्था की काव्य गोश्ठी सम्पन्न

केकड़ी 7 नवम्बर,(पवन राठी)
अखिल भारत हिंदू महासभा के तत्वाधान में रविवार रात्रि को जय जय राजस्थान काव्य साहित्यिक संस्था का गठन हुआ तत्पश्चात काव्य गोष्ठी की गई जिसमें हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष भरत शर्मा ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया इस दौरान उपस्थित कवि उमेश उत्साही द्वारा मां सरस्वती की वंदना कर जग में वंदनीय है मेरी मात शारदा, कवि कमल माहेश्वरी ने जब एक बार मेरी शादी हुई कविता से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया,कवि कमलेश शर्मा ने हास्य व्यंग से मंच पर खूब रंग जमाया कवित्री कुमारी सरोज ने बलम मारो बिजी गणों यो राखे नजरा नीचे गणों कविता से खूब तालियां बटोरी कवि लक्ष्मण शर्मा नैनवा ने गज खोपड़ी मीठो तेल कविता से खूब तालियां बटोरी कवि ओम आदर्शी द्वारा हे हिंद राष्ट्र के मतवालों अब तो तुम खुद को पहचानो कविता को दर्शकों ने खूब पसंद किया,सत्य प्रकाश भारद्वाज ने शहीद हुआ तेरा बेटा तू रोना ना मेरी माई, कवि दिनेश तिवारी ने जुल्फों से टपकती हुई बूंदों को देखकर , कवि विष्णु द्विवेद्वी ने जय मेवाड़ धरा जय महाराणा प्रताप, कवि शिवचरण शर्मा ने बाता बात नीपजती बाता एड़ी वेड़ी केड़ी बातां , कवि अजय हिंदुस्तानी ने मंच संचालन किया, कार्यक्रम में हिंदू महासभा के तहसील अध्यक्ष भागचंद सैनी सहित सभी ने माल्यार्पण कर स्वागत किया,इस दौरान ,राजेंद्र शर्मा, रामचरण शास्त्री, सुनील सोनी ,कैलाश जांगिड़, राजकुमार पांचाल, नारायण सोनी,सहित सभी कार्यकर्ता उपस्थित रहे सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र शर्मा, रतन ट्रेलर, हेमराज चौधरी, संतरा देवी माया देवी उपस्थित रहे।और कई संख्या में लोग उपस्थित थे

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