प्रकरण की सी बी आई जांच करवाने पर अड़े -आंदोलनरत कर्मचारीगण
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केकड़ी 12 दिसंबर(पवन राठी)राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ जिला शाखा अजमेर के बैनर तले आज तेरहवें दिन भी कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहा और सभी कर्मचारियों द्वारा कार्य का बहिष्कार जारी रखा गया।
गौर तलब है कि न्यायिक कर्मचारी सुभाष मेहरा की हत्या के कारण न्यायिक कर्मचारी गण अपने 8 सूत्री मांग पत्र को लेकर 13 दिन से आंदोलन रत है लेकिन मांगे नही मानी जाने से आंदोलन जारी है।
8 सूत्री मांगों में से एक एफ आई आर दर्ज करने की मांग विगत रात्री जरूर पूरी हुई है।थानाधिकारी भांकरोटा जिला जयपुर द्वारा विगत रात्री 11बजकर 11 मिनिट पर प्रकरण में
प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या 0751 दिनांक 11 दिसंबर अंतर्गत आई पी सी की धारा 302-342-370-120B व एस सी एस टी एक्ट की धारा 3 (1)एच-3(2)(v)-3(2)(va)दर्ज कर ली गई है।जांच सहायक पुलिस आयुक्त अनिल कुमार शर्मा कर रहे है।
इसके बाद आंदोलनरत कर्मचारियों के हौंसले बुलंद हो गये है।अब कर्मचारी प्रकरण की सी बी आई जांच सहित मांग पत्र की अन्य मांगे पूरी करने की मांग कर रहे है।कर्मचारी नेताओ का कहना है कि प्रकरण न्यायाधीश से संबंधित होने के कारण सी बी आई को जांच सौंपी जाए जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके स्थानीय जांच निष्पक्ष होने की कतई संभावना नही है।अतः मांग पत्र की सभी मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
सोमवार दोपहर वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ मनोज आहूजा एस एन हवा व पवन कुमार राठी ने आंदोलन स्थल पर जाकर आंदोलन रत कर्मचारियों से बात कर प्रकरण की पूरी जानकारी ली और नैतिक समर्थन की घोषणा भी की गौर तलब है कि बार एसोसियन केकड़ी द्वारा पूर्व में ही आंदोलन को नैतिक समर्थन की घोषणा की जा चुकी है।
ठप्प पड़े है न्यायालय–
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न्यायिक कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के कारण 13 दिनों से न्यायालयों में कार्य ठप्प पड़े है और वीरानी छाई हुई है।गौर तलब है कि जयपुर जिले में आंदोलन 18 नवंबर से ही जारी है।जयपुर में आआंदोलन कारियो की नही सुनी गई तब 28 नवंबर से पूरे राजस्थान में आंदोलन शुरू किया गया।
अब देखना यह है कि लोक अदालतों में राजीनामे के माध्यम से प्रकरणों का निस्तारण की अलख जगाने वाली न्यायपालिका किस तरह से दिवंगत सुभाष मेहरा के परिजनों को न्याय दिला पाती है या नही क्योकि न्याय पालिका के ही एक न्यायाधीश की गतिविधियां इस प्रकरण में संदिग्ध है और इसी कारण न्यायिक कर्मचारी संघ प्रकरण की सी बी आई जांच की पुर जोर तरीके से मांग कर रहा है।