डे विशेष……..
इन्टरनेशनल डे आॅफ एक्शन फॉर वीमेन हेल्थ:
अजमेर, 27 मई()। स्वस्थ महिला घर का मजबूत स्तम्भ है। मानसिक और शारीरिक रूप से नारी का निरोग होना स्वस्थ परिवार और स्वस्थ समाज के लिए अति आवश्यक है।
महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए अन्तर्राष्ट्रीय कार्रवाई दिवस— 28 मई के अवसर पर चिकित्सकों की एक परिचर्चा में यह विचार सर्वमत उभर कर सामने आया।
समय के साथ सोच भी बदलें……..
समय तेजी से बदल रहा है। महिलाओं को भी नई सोच के साथ स्वयं को बदलना होगा। सबकी चिंता रखने वाली माताएं —बहनें अब पहले खुद के स्वास्थ्य की चिंता रखने लग जाएं तो पूरा परिवार ही सुखी और खुशहाल रहने लगेगा। महिलाओं में ब्रेस्ट और बच्चेदानी का कैंसर होने के बहुत से मामले सामने आते हैं उसके पीछे अनदेखी ही होती है। साल में एक बार नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच अवश्य कराएं।
डॉ अर्पित जैन—कैंसर सर्जन मित्तल हॉस्पिटल।
यूरिन लीकेज की समस्या का निदान है………….
नौजवान युवतियों में बार—बार यूरिन इंफेक्शन होने और वृद्ध महिलाओं में यूरिन लीकेज की समस्या होने पर विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श प्राप्त कर तुरंत उपचार शुरू करना चाहिए। नार्मल डिलीवरी के बाद महिलाओं में यूरिन लीकेज की समस्या असाध्य है ऐसी लोगों में एक भ्रांति है। समय रहते चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार कराएं। इस तकलीफ का निदान है।
]डॉ सन्तोष कुमार धाकड़—यूरोलॉजिस्ट मित्तल हॉस्पिटल।
पोषण संबंधित समस्याएं महिलाओं में ज्यादा………..
महिलाओं में पोषण संबंधित समस्याएं ज्यादा होती हैं। महिलाएं या तो कुपोषण के कारण पीड़ित होती हैं या फिर मोटापा (वजन) अधिक होने के कारण। दोनों ही अवस्थाओं में शरीर के अन्य अंगों पर विपरीत असर पड़ता है और महिलाएं विभिन्न रोगों से ग्रसित हो जाती हैं। सबसे पहली जरूरत महिलाओं को स्वयं के लिए एक्शन लेने की है। सबसे पहले खुद की भावना उन्हें पोषण संबंधित बीमारियों से निजात दिला देंगी तो फिर अन्य बीमारी ही पास नहीं आएंगी।
डॉ एस पी जिन्दल— जीआई सर्जन मित्तल हॉस्पिटल।
वजन और कॉलेस्ट्रोल पर रखे नियंत्रण…...
महिलाओं को हृार्ट की जांच साल में एक बार करवानी चाहिए। यह इसलिए जरूरी है कि घर—परिवार के कामकाज की भागदौड़ भरी जीवनशैली जीते हुए महिलाएं खुद के ही समय पर खाने पीने को नजरअंदाज कर देती हैं। कारण शुगर, रक्तचाप, अनियंत्रित कॉलेस्ट्रोल, मोटापे की जकड़ में आने लगती हैं। उन्हें प्रतिदिन स्वयं के लिए दो घंटे देने चाहिए। नियमित वॉक को दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए।
डॉ राहुल गुप्ता—कार्डियोलॉजिस्ट मित्तल हॉस्पिटल।
महिलाओं के स्वास्थ के प्रति परिवार भी हो जागरूक……..
महिला जो प्रत्येक रूप में समूचे परिवार का ख्याल रखती है। परिवार में महिला का मानसिक और शारीरिक रूप से निरोग होना पूरे घर—परिवार, समाज और राज्य व राष्ट्र की अच्छी सेहत के लिए अतिआवश्यक है। खुशहाली घर की महिला से ही होती है ऐसे में परिवार का भी दायित्व है कि महिला के स्वास्थ्य का ध्यान रखें, तनाव मुक्त रखें और फेफड़ों नियमित जांच कराते रहें।
डॉ प्रमोद दाधीच—अस्थमा, टीबी व श्वास रोग विशेषज्ञ मित्तल हॉस्पिटल