कर्म की आहट सुनाई भले ना दे लेकिन भोगना तो पड़ेगा

मुनि श्री संकल्प सागर जी महाराज ने आज विद्यासागर तपोवन में प्रवचन देते हुए कहा कि कर्म करना आसान है कर्म का जो फल हमें प्राप्त होता है उसका एहसास वक्त आने पर ही होता है
दुख देंगे दुख मिलेगा सुख देंगे सुख मिलेगा ऐसा सिद्धांत सर्वमान्य है लेकिन पुराने कर्म उदय में हो और हम अच्छा भी कर रहे हो तो भी अच्छा करने के पश्चात पुराने कर्म उदय में आते हैं तो तकलीफ भी देते हैं और दुख भी देते हैं

णमोकार महामंत्र अनुष्ठान जुड़ रहे हैं श्रद्धालु गण
विद्यासागर तपोवन में चल रहे 61 दिवसीय णमोकार महामंत्र अनुष्ठान में सभी समाज बंधु भाग ले रहे हैं प्रतिदिन 6:30 अनुष्ठान प्रारंभ हो जाता है अनुष्ठान के प्रारंभ में मुनि श्री सद्भाव सागर जी महाराज धर्म योग के माध्यम से सभी उपस्थित श्रद्धालुओं को साधारण बनकर जीने की कला सिखाते हैं णमोकार चालीसा का पाठ होने के पश्चात णमोकार महामंत्र का भव्य जाप किया जाता है इसमें श्रद्धालु गण बड़ी भक्ति भाव से अपनी भूमिका निभा रहे हैं
मुनि श्री संकल्प सागर जी महाराज मुनि श्री सद्भाव सागर जी महाराज की नित्य प्रवचन प्रातः काल 8:15 विद्यासागर तपोवन छतरी योजना में हो रहे हैं और णमोकार महामंत्र अनुष्ठान शाम को 6:30 बजे प्रारंभ होता है

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