भीलवाड़ा दुष्कर्म की घटना निर्भयाकांड से भी वीभत्स – देवनानी

– मुख्यमंत्री में नैतिकता बची हो तो बहन-बेटियों की अस्मत बचाये- देवनानी
– शहर में बढ़ते अपराध लचर पुलिस व्यवस्था का नतीजा- देवनानी
– अजमेर की पानी, बिजली, सड़क, सीवरेज के मुद्दे विधानसभा में उठाऐ- देवनानी
– ऐतिहासिक झरनेश्वर महादेव मन्दिर नगर भ्रमण की अनुमति न देना तृष्टीकरण की नीति- देवनानी

वासुदेव देवनानी
अजमेर 04 अगस्त। पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर बेलगाम होती अपराध की घटनाओं पर राज्य सरकार को आडे हाथों लिया। देवनानी ने भीलवाड़ा जिले के कोटडी कस्बें में 14 साल की मासूम के अपहरण के बाद सामुहिक दुष्कर्म कर भट्टी में आग के हवाले करने की घटना को निर्भयाकांड से भी वीभत्स बताते हुऐं कहा कि पिछले साढे चार सालों में प्रदेश की बहन-बेटियां कही भी सुरक्षित नही है। देवनानी ने इस कांड में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खडे करते हुऐ कहा कि घटना के तीन घण्टे बाद भी पुलिस ने पीड़ित पक्ष की सुनवाई नही की। देवनानी ने कहा कि पिछले साढे चार साल में महिला अत्याचारों और दुष्कर्म की बेलगाम वारदातों ने प्रदेश को शर्मसार कर दिया है। देवनानी ने इससे पहले भी प्रदेश में हुई बहन-बेटियों के साथ घिनोनी घटनाओं का जिर्क किया, जिसमें पीपाड़ सिटी में दो नाबालिग बच्चियों को बहला फुसलाकर दुष्कर्म की घटना, भीलवाड़ा में लघुशंका के लिऐ निकली छ वर्ष की मासूम का अपहरण कर दुष्कर्म करना, बूंदी में मवेशी चराने गई नाबालिक का अपहरण कर दुष्कर्म व हत्या करना, डूगरपुर में 15 साल की छात्रा का स्कूल जाते समय रास्तें में अपहरण कर गैगरेंप करने जैसी शर्मनाक घटनाऐं हुई है। देवनानी ने बड़ते महिला अपराधों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसते हुऐ कहा कि ऐसे हालातों में भी मुख्यमंत्री का यह बयाना देना की ‘‘मैं मुख्यमंत्री का पद छोडना चाहता लेकिन यह कुर्सी मुझे नही छोड रही है’’, बेहद राजनैतिक स्वार्थ से भरा और असंवेदनशील बयान है। देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री में नैतिकता बची है तो वें प्रदेश की बहन बेटियों की अस्मत बचाये। देवनानी ने कहा कि बड़ती दुष्कर्म की घटनाओं को प्रदेश में रोकने वाला कोई नही है और इन घटनाओं से राजस्थान कलंकित हो रहा है।
ऐतिहासिक झरनेश्वर महादेव मन्दिर नगर भ्रमण की अनुमति न देना तृष्टीकरण की नीति –

देवनानी ने शुक्रवार को झरनेश्वर महादेव मन्दिर समिति की ओर से निकाली जाने वाली महादेव की नगर भ्रमण यात्रा की अनुमति को पुलिस प्रशासन की ओर से अनुमति नही दिये जाने और इसका कारण पूछे जाने पर जनप्रतिनिधि के साथ अपमानजनक घटना करने की कडी शब्दों में निन्दा की और कहा कि यह शिव भक्तों का अपमान है और इससे सरकार की तुष्टीकरण की नीति का प्रमाण बताया। देवनानी ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष और पुलिस महानिदेशक को शिकायती पत्र भेजा गया है। जिसमें अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार नही करने की शिकायत की गई है। देवनानी ने अधिकारियों को चेताया कि मौजूदा सरकार के दबाव में आकर पक्षपातपूर्ण कार्यवाही की गई तो उनकी सरकार आने पर ऐसे अधिकारियों को विशेष निगरानी में रखा जायेगा।
शहर में बढ़ते अपराध लचर पुलिस व्यवस्था का नतीजा- देवनानी
प्रेसवार्ता में देवनानी ने अजमेर की ज्वलंत समस्याओं का भी जिक्र किया। देवनानी ने शहर में बढती चोरी की घटनाओं को लेकर पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खडे किऐ और कहा कि लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से आमजन में भय पैदा हो गया है और अपराधियों को हौसले बुलंद हो चले है। देवनानी ने रामनगर, वैशाली नगर छत्रीय योजना, हाथीभाटा सहित अन्य इलाको में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं को लेकर पुलिस से गश्त प्रणाली मजबूत करने और अपराधियों को जल्द पकड़ने की बात कही। देवनानी ने लचर पुलिस व्यवस्था पर तंज कसते हुऐ जिले के पुलिस कप्तान को कांग्रेस नेताओं की जगह बढते अपराध को रोकने और अपराधियों को पकड़ने पर केन्द्रित रहने के लिए कहा।

अजमेर की पानी, बिजली, सड़क, सीवरेज के मुद्दे विधानसभा में उठाऐ

इसके साथ ही देवनानी ने शहर की टूटी सड़के, बदहाल ड्रेनेज सिस्टम, बढ़ते बिजली के बिल, पीने के पानी की समस्या और पिछले करीब दो माह से बारिश के कारण जलमग्न हुई कॉलोनियों की बदहाल स्थिति को विधानसभा के मानसून सत्र में विधानसभा के नियम 295 और नियम 50 के स्थगन प्रस्ताव के जरियें सरकार के समक्ष रखा है। देवनानी ने कहा कि शहर के कई ईलाके दो महिने से जलमग्न हो रखे है और प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत 14000 घरों को सीवरेज कनेक्शन से जोड़ने का दावा प्रशासन कर रहा है जबकि हकिकत यह है कि जगह-जगह सीवरेज के चैम्बर टूटे हुऐ है और गन्दा पानी सड़को पर बह रहा है। देवनानी ने शहर में अनियमित जलापूर्ति का मुद्दा भी विधानसभा में उठाया और कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में वर्ष 2018 तक बीसलपुर बांध में कम पानी होने के बावजूद भी शहर को नियमित रूप से 48 घण्टे के अंतराल में सप्लाई की जा रही थी। लेकिन कांग्रेस सरकार ने पिछले साढे चार साल में अधिकारियों को निरंकुश कर शहर की जनता को पीने के पानी के लिऐ तरसा दिया है। अनियमित पेयजल आपूर्ति और असमान वितरण के दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग भी देवनानी ने की।
देवनानी ने शहर की बदहाल सड़को और उससे हो रही आमजन को परेशानी का भी मुद्दा उठाया और कहा कि विभागीय अधिकारियों को बार-बार इस समस्या से अवगत कराने के बाद भी नतीजे ढाक के तीन पात की तरह है। शहर की लगभग सभी प्रमुख सड़के टूटी फूटी और उखडी हुई है जिसको दुरस्त करने के लिऐ जिम्मेदार अधिकारियों को बार-बार कहने के बाद भी कान पर जूं नही रेंग रही। देवनानी ने कहा कि शहर की टूटी सड़को से आये दिन छोटे बड़े हादसे हो रहे है जिसमें लोग गम्भीर रूप से जख्मी हो रहे है। देवनानी ने 100 यूनिट मुफ्त बिजली योजना को ढकोसलाबाजी बताया और कहा कि निःशुल्क बिजली के नाम पर जनता से अलग-अलग तरह के फ्यूल सरचार्ज लगाकर बिजली के बिलों को चार से पांच गुणा तक बढाकर भेजा जा रहा है। जिससे लोगों को राहत के नाम पर आफत का करंट लग रहा है। इसमें कोढ़ में खाज का काम घण्टों हो रही अघोषित विद्युत कटौति कर रही है।

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