आओ सिन्धी सिखें का ऑनलाईन व ऑफलाईन निःशुल्क प्रशिक्षण जारी
अजमेर 6 अगस्त। सिंधी भाषा सीखने के लिये उच्चारण महत्वपूर्ण है उसका सबसे बडा कारण सिंधी देवनागिरी में सीखते समय बच्चों को अंग्रेजी व हिन्दी के शब्दों के ज्ञान होता है, परन्तु सिंधी भाषा में 52 शब्दों की वजह से उच्चारण करना कठिन होता है शब्दों को लिखते समय उच्चारण करना भी आवश्यक है। ऐसे विचार लेखक चिंतक व पत्रकार गिरधर तेजवाणी ने रखे। आओ सिन्धी सिखें का ऑनलाईन व ऑफलाईन निःशुल्क प्रशिक्षण व सिंध से जुड़ी जानकारियां सिंध इतिहास एवं साहित्य शोध संस्थान द्वारा द्वितीय तल, श्री अमरापुरा सेवा घर, 423 प्रगति नगर, खेल मैदान के सामने कोटड़ा पर जारी रहा।
अध्यक्ष कवंल प्रकाश किशनानी ने बताया कि सिन्धी भाषा एक मीठी बोली है इसका ज्ञान युवा पीढी व विद्यार्थियों को होना आवश्यक है उसका महत्वपूर्ण कारण सिन्ध का इतिहास व साहित्य सिन्धी भाषा में होने से आने वाले समय में उसका अध्ययन व शोध तभी सम्भव होगा जब सिन्धी लिपि का ज्ञान हो।
शब्दों, अंको, गीत व खानपान की जानकारी रीटा चंदीरमानी, जया जगवानी, लक्ष्मण चंदीरमनानी, नरेन्द्र कुमार मंगलानी ने प्रशिक्षण दिया। मंच संचालन राजेश टेकचंदानी ने किया।
कवंल प्रकाश किशनानी
अध्यक्ष
मो. 9829070059