देवनानी जिसे उपलब्धियों में गिनाते रहे, अब खुद ही उसे गलत बता रहे हैं

अजमेर/राष्ट्रीय झील संरक्षण मिशन द्वारा अशोक मलिक पूर्व पार्षद की अपील पर आनासागर झील के पेटे में हुए सभी निर्माण कार्यों को अवैध बताकर उसे ध्वस्त करने का आदेश दिया है ।
इन आदेशों का स्वागत करते हुए राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य एवं पूर्व पार्षद प्रताप सिंह यादव ने आज विधायक वासुदेव देवनानी द्वारा दिए गए बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की श्री वासुदेव देवनानी मात्र बयान पुरुष है । पहले तो वो पाथवे , सेवन वंडर्स, वर्ड पार्क , सुभाष उद्यान (पूर्व क्षेत्रफल की बजाय आधा कर दिया गया है),सूचना केंद्र,विजय लक्ष्मी पार्क और पटेल मैदान को अपनी उपलब्धियां में गिनाते हैं, अब जब राष्ट्रीय ग्रीन ट्रीविनल ने अवैध मानते हुए उन्हें तोड़ने के आदेश दिए हैं तो अब बयान वीर वासुदेव देवनानी जिन्हें अपनी उपलब्धियां बताते थे आनासागर झील को अपने मूल स्वरूप में लाने की बात करते हैं । मैं इसका स्वागत करता हूं चाहे देर से ही सही माननीय विधायक को उनके कार्यकाल में जब उन्हीं की पार्टी का दो बार नगर निगम में बोर्ड था ,जिला परिषद में भाजपा का बयान था जिनकी देखरेख में यह काम हुआ उन्हें उन गलतीयों का एहसास तो हुआ ।
अगर आना सागर को उसके मूल स्वरूप पर लाना है तो पहले इसका गेज 22 फीट होने पर चादर चलती थी सागर विहार कॉलोनी को बचाने के लिए पहले तो सिंचाई विभाग ने भाजपा शासन में इसका गेज 16 फिट कर दिया और बाद में मानसिंह होटल, जी माल सहित समारोह स्थलो, रेस्टोरेंट व अनेक व्यवसाई कंपलेक्स व होटलों को बचाने के लिए साथ साथ मिलीभगत करके भू माफिया और राधा ओने पौने दामों में कब्जे कर बेचे व बनाए गए अनेक आवासों को बचाने के लिए सागर का गेज कम करके 13 फीट कर दिया । इससे आनासागर का भराव क्षेत्र छोटा हो गया ।
कोड में खाज का काम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट आने के बाद भू माफियाओं को लाभ पहुंचाने के लिए और भाजपा के पार्षदों के समय में आनासागर के आसपास हुए तमाम अवैध निर्माण की रक्षा करने के लिए पाथवे के नाम पर बाउंड्री वाल बना दी गई जिससे आना सागर का भराव क्षेत्र और ज्यादा छोटा हो गया ।
आनासागर का गेज 13 फिट करने से कला बाग के पीछे से ब्रह्मपुरी होते हुए अजमेर दक्षिण की बस्तियों में आनासागर की चादर चलने के बाद निकास हेतु बना हुआ नाला ओवरफ्लो होकर अजमेर दक्षिण की कच्ची बस्तियों में कहर बरपा रहता है , मलवा निकालने के नाम पर जगह-जगह से टूटी गई बाउंड्री वाल जो दुबारा नहीं बनाई गई से पानी निकल कर बस्तियों में तबाही फैलाता है, जबकि स्मार्ट सिटी योजना में इस पूरे नाले का व्यवस्थित ढंग से चौड़ा करके पुनर्निर्माण होना चाहिए था,आज भी खानपुरा सहित अनेक कच्ची बस्तियों में पानी भरा हुआ है । अनेक मकान गिर गए हैं । पानी भरने से बीमारियां फैल रही है । लेकिन जिला एवम नगर निगम प्रशासन के साथ-साथ विधायक वासुदेव देवनानी , विधायक अनिता भदेल के कानो पर जूं नहीं रेंग रही ।
वासुदेव देवनानी ने अजमेर उत्तर के कुछ भागों का लाभ देखने के लिए स्मार्ट सिटी योजना का सारा पैसा आनासागर के आसपास झील के आकार को बिगाड़ने वाले निर्माणों को लेकर सुभाष उद्यान को छोटा करने के बाद उसका आकार बिगाड़ना ,पटेल मैदान को व विजय लक्ष्मी पार्क को ,सूचना केंद्र आकर बिगड़कर बिगाड़ कर उनके मूल उद्देश्यों को समाप्त करने के अलावा कुछ नहीं किया ।
इसी के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में मुख्यमंत्री बजट सड़क योजना के तहत बनने वाली सड़कों पर बिना तकनीक के हल्के स्तर का सीरियल लगवा कर वहां पर अपने नाम के शिलालेख लगवाने के अलावा अजमेर के विकास के लिए कुछ नहीं किया ।
आनासागर के अंदर भारी तादाद में कचरा में मिट्टी जमा है जिसे निकालकर इसमें पानी भरने की क्षमता बढ़ानी थी उस कार्य को बिल्कुल नहीं किया गया इसी के साथ साथ पाल बिचला होते हुए एक नया मार्ग अजमेर की जनता को उपलब्ध कराना था जिससे अजमेर दक्षिण और आज में उत्तर आपस में जुड़ते उस पर ध्यान नहीं दिया गया वह अभी जो ओवरब्रिज बनाया है वह बिना किसी वैज्ञानिक सोच के और बिना किसी तकनीक के ऐसा बनाया है कि जब से बना है वह अजमेर वासियों के लिए सिरदर्द बना हुआ है और ब्रिज के दो जो रास्ता है वह इतना छोटा छोड़ा गया है कि वहां से एक फोर व्हीलर निकलता है तो बाजू में टू व्हीलर निकलना मुश्किल है।
मैं दक्षिण की विधायक अनीता भदेल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अपने क्षेत्र में काम नहीं लाने की दोषी है वह प्रशासन से लड़कर अजमेर दक्षिण में स्मार्ट सिटी के तहत कोई बड़ा काम भी नहीं करा पाई । इसके लिए अजमेर की जनता वासुदेव देवनानी द्वारा कराए गए पक्षपात एवं अनिता भदेल द्वारा इस पक्षपात को सहन करने के लिए दोनों को कभी माफ नहीं करेगी ।
मेरा माननीय विधायक वासुदेव देवनानी से निवेदन है की बयान वीर बनने की जगह वास्तव में कोई विकास का कार्य कराएं और सरकार के किए गए कार्यों पर अपने नाम के शिलालेख नहीं लिखवाए।
स्मार्ट सिटी में अच्छा रहता की नागफनी से दरगाह बाईपास रोते रोड होते हुए जो सड़क श्री अशोक गहलोत द्वारा बनवाई गई थी उसे पुनर्निर्माण करते हुए वह जहां संभव हो वहां चौड़ा करते हुए दोनों तरफ गहरी नालियों का निर्माण कराते हुए इस प्रकार सड़क बनवा दे जिससे प्रतिदिन वहां से गुजरने वाले देश विदेश के हजारों चार पहिया वाहनों एवं दोपहिया वाहन को को राहत मिलती वह अजमेर शहर का यातायात सुचारु रुप से चल सकता ।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार को पत्र लिखकर स्मार्ट सिटी के तहत हुए समस्त कार्यों की उपयोगिता एवं उसकी निर्माण क्वालिटी की निष्पक्ष जांच कराने का भी प्रताप सिंह यादव ने अनुरोध किया है ।
इन कार्यों की स्वीकृति के समय इन सभी क्षेत्रों में कौन-कौन निर्वाचित पार्षद रहा वह उन्होंने आंख मींच कर इन अवैध और अनुपयोगी कार्यों को कैसे होने दिया यह भी उन्हें अपने गिरेबान में झांकने को मजबूर करता है ।
यहां यह भी उल्लेखनीय है की सुभाष उद्यान बनते समय कौन से मद से नगर निगम के आयुक्त के बंगले के अंदर स्विमिंग पूल बन गया उसकी जांच कौन से बस्ते में दबी पड़ी है उसे भी निकालना चाहिए ऐसे दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए ।
बयान वीर विधायक वासुदेव देवनानी को चाहिए कि जिन कार्यों को वह अपनी उपलब्धि बता रहे थे उनके अवैध सिद्ध होने पर उन्हें जनता से माफी मांगने चाहिए ।

प्रताप सिंह यादव
9929533341

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