संघनायक गुरुदेव श्री प्रियदर्शन मुनि जी महारासा आदि ठाणा 3, पांच माह तक धर्म ध्यान त्याग तपस्या की जहोजलाली करके चतुर्मासिक विहार महावीर भवन नवकार कॉलोनी रामनगर अजमेर से करके विकास कुमार,सतीश कुमार, अक्षय कुमार नाहर के मकान बी के कौल नगर पधारे।
विहार कार्यक्रम में बहुत अच्छी संख्या में श्रावक, श्राविकाओं ने जय जयकारों के साथ गुरुदेव श्री को अश्रुपूर्ण विदाई दी।
गुरुदेव श्री ने विहार समापन पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए फरमाया कि संगठन में शक्ति है व्यक्ति समाज एवं धर्म के साथ जुड़कर ही अपनी पहचान बना सकता है।बिना समाज एवम धर्म से जुड़े व्यक्ति की कीमत अंगूर के गुच्छे से टूटे हुए अंगूर की तरह होती है। गुरुदेव श्री द्वारा उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को नियमित रूप से धर्म ध्यान त्याग तपस्या की प्रेरणा देते हुए
सभी के प्रति मंगल भावना प्रकट की गई।
नाहर परिवार द्वारा सभी पधारे हुए महानुभावों का आभार व्यक्त करके आथीत्य सत्कार किया गया।
गुरुदेव श्री यहां से विहार करके दोपहर में वैशाली नगर स्थानक पधार गए, जहां पर कल दिनांक 29.11.23 को प्रातः 9 से 10:00 बजे तक प्रवचन रहेगा।
पदमचंद जैन