’”हम वर्दी के सिपाही और आप बिना वर्दी के सिपाही हो” – श्री लक्ष्मण गौड़ (इन्सपेक्टर आर.पी.एफ)

सम्मिलित शिक्षा पर राज्य स्तरीय सी.आर.ई. कार्यक्रम का समापन’’
दिनांक 1 दिसम्बर 2023 अजमेर, राजस्थान महिला कल्याण मण्डल, चाचियावास परिसर में राज्य स्तरीय तीन दिवसीय दिनांक 28 से 30 नवम्बर 2023 सी.आर.ई. (सतत शिक्षा पुनर्वास) कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन आईएएस ललित गोयल जिला परिषद् सीईओ, संस्था मुख्य कार्यकारी क्षमा आर. कौशिक एवं निदेशक राकेश कुमार कौशिक के द्वारा किया गया जिसमें 111 विशेष शिक्षकों ने भाग लिया।
संस्था द्वारा आयोजित इस सी.आर.ई. कार्यक्रम में डॉ. भगवान सहाय शर्मा, अंजू सोनी द्वारा विविध शिक्षण आवश्यकताओं को समायोजित करने की रणनीतियां व समावेशी कक्षाओं में किस प्रकार तकनीक का उपयोग पाठ्यक्रम मे किया जाये विषय पर अपना सेशन लिया गया। साथ ही प्रशिक्षण सत्र में निदेशक राकेश कुमार कौशिक ने सम्मिलित शिक्षा की परिभाषा एवं सिद्धान्तों के साथ छात्रों एवं अध्यापकों को इन्क्लूजन के फायदों से अवगत कराया। मुख्य कार्यकारी क्षमा आर. कौशिक ने यू डी एल (यूनिवर्सल डिजाईन फोर लर्निंग) के सिद्धंातों का परिचय व यू डी एल का उपयोग पाठ्यक्रम और शिक्षण विधियों में किस प्रकार किया जाये विषय पर जानकारी दी। सत्र के तीसरे दिन श्री हेमेन्द्र सोनी, सन्दर्भ व्यक्ति जिला समन्वयक RPCWSN चित्तौड़गढ, द्वारा समावेशी कक्षा के वातावरण, कक्षा कक्ष मे प्रयुक्त रणनीतियों के बारेे मे विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री लक्ष्मण गौड़, सीनियर इन्सपेक्टर आर. पी. एफ. इन्चार्ज अजमेर, एवं श्री अमित कुमार, सब इन्सपेक्टर आर. पी. एफ. अजमेर रहे। श्री लक्ष्मण गौड़ ने अपने उद्बोद्धन में सभी विशेष शिक्षकों को दिव्यांगता के क्षेत्र मे कार्य करने वालों को बिना वर्दी के सिपाही कहते हुए बताया कि हम तो समाज मे (रेलवे विभाग मे) वर्दी पहन कर दिव्यांगजनों को रेलवे मे आवागमन के समय ही सहायता करते है जब कि आप सभी प्रशिक्षित होकर बिना वर्दी के समाज मे समायोजन के लिए दिव्यांगजनों को मुख्यधारा मे शामिल करने के लिए निरन्तर प्रयासरत रहते हैं अतः हम तो वर्दी के सिपाही है और आप सभी बिना वर्दी के सिपाही हो जो दिव्यांगता के क्षेत्र मे सतत् शिक्षा प्राप्त कर अपना योगदान देने के लिए निरन्तर प्रयासरत हो। डॉ. ज्योती यादव द्वारा समावेशी शिक्षा मे आने वाली चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। सतीश कुमार द्वारा केस स्टडी पर विस्तार से चर्चा की गई जिसमे विशेष बच्चों के आंकलन में आने वाली परेशानियों को सरल व सहज तरीके से समझाया गया। संयुक्त निदेशक अनुराग सक्सेना एवं उपनिदेशक (HRD) डॉ. भगवान सहाय शर्मा ने कार्यक्रम व्यवस्थापन एवं प्रबंधन किया तथा नानूलाल प्रजापति ने कार्यक्रम का संचालन किया। आशुतोष अग्निहोत्री ने समस्त सत्रों का सांकेतिक भाषा में अनुवादन किया, लक्ष्मण सिंह चैहान, प्रियंका मेघवाल, ज्योति अरोड़ा, विक्रान्त बोयत, शाहनवाज आदि ने सहयोग किया।

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