संस्था के महासचिव विनीत लोहिया ने बताया कि दोराई स्टेशन का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है जो अजमेर स्टेशन से मात्र 8 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। मुंबई और अहमदाबाद की ओर से आने और जाने वाली प्रमुख ट्रेनों का गंतव्य स्थान बनाकर अजमेर स्टेशन के यात्री भार को कम करने का प्रयास किया गया था ।इसी तरह जयपुर दिल्ली की ओर से आने और जाने वाली ट्रेनों के लिए मदार स्टेशन को भी सभी सुविधाओं से सुसज्जित किया गया था।
लोहिया के अनुसार 8 जून को समिति की साधारण सभा में यह निर्णय लिया गया था कि रेल मंत्री को एक पत्र लिखकर दोराई रेलवे स्टेशन के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए सम्राट पृथ्वीराज चौहान के नाम पर इसके नामकरण हेतु रेल मंत्री को पत्र लिखा जाए। मित्तल हॉस्पिटल के सभागृह में आयोजित इस बैठक में संस्था के संरक्षक अजय विक्रम सिंह, अध्यक्ष एच एम जैन, कार्यकारी अध्यक्ष अशोक बैजल,उपाध्यक्ष श्रीमती डॉक्टर निर्मला नुवाल , वित्त सचिव धनराज चौधरी, सदस्य- डॉक्टर राजेंद्र तेला, मनोज मित्तल, एम के झा, रमाकांत अग्रवाल, सुभाष भट्टड़, सुनील जालोरी एवं सुनील अग्रवाल उपस्थित रहे।
इस रेलवे स्टेशन को सम्राट पृथ्वीराज चौहान के नामकरण से न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर और इतिहास को सम्मान मिलेगा अपितु स्थानीय जनता का गौरव भी बढ़ेगा।साथ ही यह पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों के लिए आने वाले समय में आकर्षण का केंद्र बनकर उबरेगा।
इस पत्र में इसके अतिरिक्त जन-जन की आकांक्षाओं के अनुसार किसी एक ट्रेन का नाम करण सम्राट पृथ्वीराज चौहान के नाम पर किए जाने का भी अनुरोध रेल मंत्री से किया गया है।
भारतीय रेलवे के मुंबई स्थित छत्रपति शिवाजी टर्मिनल स्टेशन, लोकमान्य तिलक टर्मिनस स्टेशन सहित ऐसे अनेक स्टेशन है जिनका नामकरण महापुरुषों के नाम पर रखा गया है। अंतिम हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहानके नाम को इसी क्रम में रखते हुए रेल मंत्री से अनुरोध किया गया है कि वे हमारे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में ऐसा महत्वपूर्ण निर्णय ले।